
हाय मोहम्मद अली भाई
आप भी छोड़ गये
जदीद मरकज़ अखबार से 1992 में शुरआत कर 1998 से उर्दू सहारा में थे,अब थे एडिटर ,
लखनऊ के एरा मेडिकल कॉलेज में इंतेक़ाल,
वाजिदपुर जलालपुर अम्बेडकनगर में जुमे को 11 बजे दिन में किये जायेंगे सुपुर्दे खाक
आप सबसे इस फरिश्ता सिफ़ात इंसान के लिये दुआओ की है दरख्वास्त
सैयद मोहम्मद अली इब्ने सैयद रेयाज़ हुसैन मूल निवासी बाज़िदपुर अम्बेदकरनगर की आज एक महीने कोरोना से लड़ते हुए ज॔ग हार गये।1 महीने पहले एरा मेडिकल कालेज में जिंदगी और मौत के बीच लड़ते रहे आज रात में मौत की आगोश में समा गये।
मरहूम ने अज़ायम अख़बार से पत्रकारिता की शुरूआत की थी।इसके बाद जदीद मरकज़ और बाद में राष्ट्रीय सहारा उर्दू में रहे और एडीटर का ओहदा संभाल रहे थे।मरहूम की तालीम शिबली पी जी कालेज आज़मगढ़ से हासिल किया उर्दू से एम ए बाद में बी एड किया था।मरहूम की तदफीन कल दिन में 11 बजे उनके आबाई वतन बाज़िदपुर जलालपुर अम्बेदकर नगर में होगी।
पसमंदगान में इनकी अहलिया जो सिब्ते मोहम्मद चौधरी साहब के भतीजे उप सूचना निदेशक सैदपुर रूदौली की पुत्री ज़ेबा फात्मा हैं।