तहलका टुडे/सदाचारी लाला उमेश चंद्र श्रीवास्तव/मोहम्मद वसीक
बाराबंकी,पूर्व मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा को ‘विकास पुरुष’ के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले, पूर्व मंत्री राकेश वर्मा की माता और गोंडा की सपा सांसद प्रत्याशी रही श्रेया वर्मा की दादी, श्रीमती मालती देवी जी के निधन की खबर से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई है। श्रद्धेय आदरणीय स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा (बाबूजी) की धर्मपत्नी और राकेश वर्मा जी की माता का जाना, वर्मा परिवार और उनके समर्थकों के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
राकेश वर्मा, जो अपने पिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उनके विकास कार्यों को आगे बढ़ाने में सदा तत्पर रहे हैं, उनके लिए यह समय अत्यंत दुखद है। श्रीमती मालती देवी जी ने न केवल अपने परिवार को एकजुट रखा, बल्कि समाज सेवा और अपने बेटे को राजनीति और समाज के हित में काम करने के लिए हमेशा प्रोत्साहित किया। उनका जीवन एक प्रेरणा स्रोत रहा है, जो समाज और परिवार दोनों के लिए अनुकरणीय था।
शोक व्यक्त करते हुए, श्री ऋषि वर्मा और श्री राकेश वर्मा ने कहा, “ईश्वर से प्रार्थना है कि वे शोकाकुल परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें और दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।” विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, उन्होंने दिवंगत आत्मा के प्रति शत-शत नमन किया।
प्रदेश के कई गणमान्य नेताओं और राजनीतिक हस्तियों ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया है और वर्मा परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट की हैं। पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप, पूर्व सांसद पीएल पुनिया, सांसद तनुज पुनिया, पूर्व सांसद प्रियंका सिंह रावत, राम गोपाल रावत, विधायक फरीद महफूज किदवई, गौरव रावत, और सुरेश यादव ने भी परिवार को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
श्रीमती मालती देवी जी का निधन न केवल उनके परिवार बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ी क्षति है। उनकी विचारधारा और परिवार की एकता के प्रति समर्पण सदैव प्रेरणादायक रहेगा।