तहलका टुडे इंटरनेशनल डेस्क
रविवार रात, लेबनान में इस्लामिक रेजिस्टेंस ने इज़राइल के अत्याधुनिक टोही और युद्धक ड्रोन हर्मीस 900 को सफलतापूर्वक मार गिराया। इज़राइली सेना का यह ड्रोन, जिसे निगरानी और सामरिक अभियानों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, दुनिया के सबसे उन्नत यूएवी (Unmanned Aerial Vehicle) में से एक माना जाता है। इस घटना के बाद लेबनान में जोश है इज़राइल समेत उन मुल्कों में हड़कंप मच गया है जिन्होंने इसको खरीद कर पड़ोसी मुल्कों की रेकी करते थे।
आपको बता दे हर्मीस 900 ड्रोन को इज़राइली रक्षा कंपनी Elbit Systems बनाती है।
Elbit Systems एक प्रमुख इज़राइली रक्षा और एयरोस्पेस कंपनी है जो अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी, सुरक्षा समाधान, और ड्रोन सिस्टम के विकास और उत्पादन में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी ने हर्मीस 900 को विशेष रूप से लंबी दूरी की निगरानी, टोही, और सामरिक अभियानों के लिए डिजाइन किया है।
Elbit Systems के पास हर्मीस ड्रोन परिवार की एक श्रृंखला है, जिसमें हर्मीस 450 और हर्मीस 900 जैसे ड्रोन शामिल हैं। इन ड्रोन का उपयोग दुनिया के कई देशों की सेनाएं और सुरक्षा एजेंसियां अपनी निगरानी और सामरिक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए करती हैं।
हर्मीस 900 ड्रोन: क्या है और क्यों है महत्वपूर्ण?
हर्मीस 900 एक लंबी दूरी और उच्च ऊंचाई वाला ड्रोन है जिसे इज़राइल की रक्षा कंपनी Elbit Systems द्वारा विकसित किया गया है। इसे टोही और निगरानी मिशनों के अलावा सामरिक अभियानों के लिए डिजाइन किया गया है। इसकी विशेषताएं और क्षमताएं इसे एक खतरनाक और प्रभावशाली हथियार बनाती हैं:
- तकनीकी क्षमताएं:
उड़ान ऊंचाई: हर्मीस 900 ड्रोन 30,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है, जो इसे दुश्मन की निगाहों से बचाते हुए बड़ी दूरी तक टोही करने में सक्षम बनाता है।
उड़ान अवधि: यह ड्रोन लगातार 36 घंटे तक उड़ान भर सकता है, जिससे यह लंबी अवधि के मिशनों और निगरानी के लिए उपयुक्त है।
पेलोड क्षमता: इसका अधिकतम टेक-ऑफ वजन 1,180 किलोग्राम है और यह 350 किलोग्राम तक का पेलोड ले सकता है, जिसमें उन्नत सेंसर, रडार, और हथियार प्रणालियाँ शामिल हो सकती हैं।
- सेंसर और हथियार प्रणाली:
इसमें उन्नत ऑप्टिकल और इन्फ्रारेड सेंसर होते हैं जो दिन और रात दोनों समय निगरानी में सक्षम हैं।
यह ड्रोन इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर उपकरणों और रडार प्रणालियों से लैस है, जिससे इसे दुश्मन के उपकरणों और कम्युनिकेशन नेटवर्क में हस्तक्षेप करने की क्षमता मिलती है।
हर्मीस 900 में लाइज़र गाइडेड मिसाइल और अन्य हथियार प्रणालियाँ भी हो सकती हैं, जो इसे टोही और निगरानी के साथ-साथ आक्रमण करने में सक्षम बनाती हैं।
- कीमत:
हर्मीस 900 ड्रोन की कीमत इसके कॉन्फ़िगरेशन और उपकरणों के आधार पर लगभग 50 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 400 करोड़ भारतीय रुपये) होती है। इसमें ड्रोन की उड़ान प्रणाली, उन्नत सेंसर, रडार, और संभावित हथियार प्रणाली शामिल होते हैं। यह कीमत इस ड्रोन की उन्नत तकनीक और सामरिक क्षमताओं को दर्शाती है।
दुनिया में किन-किन देशों के पास है हर्मीस 900 ड्रोन?
हर्मीस 900 ड्रोन न केवल इज़राइल बल्कि अन्य कई देशों की सेना में भी उपयोग किया जा रहा है। यह ड्रोन उन देशों को बेचा गया है जो निगरानी और सामरिक अभियानों में अपनी क्षमताओं को बढ़ाना चाहते हैं। कुछ प्रमुख देश जिनके पास हर्मीस 900 ड्रोन है:
चिली: चिली की वायुसेना ने भी हर्मीस 900 ड्रोन को अपने निगरानी और टोही अभियानों के लिए खरीदा है।
स्विट्ज़रलैंड: स्विट्ज़रलैंड ने हर्मीस 900 ड्रोन को अपने वायुसेना बेड़े में शामिल किया है और इसका उपयोग सीमा निगरानी और आंतरिक सुरक्षा अभियानों के लिए करता है।
ब्राज़ील: ब्राज़ील ने भी हर्मीस 900 ड्रोन को अपने सामरिक अभियानों और जंगल क्षेत्रों में निगरानी के लिए अपनाया है।
मेक्सिको: मेक्सिको ने इस ड्रोन का उपयोग अपने ड्रग ट्रैफिकिंग और अपराध नियंत्रण अभियानों में किया है।
फिलीपींस और अन्य: इन देशों के अलावा फिलीपींस और कुछ अन्य देशों ने भी अपनी सुरक्षा और सामरिक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए इस ड्रोन को अपनाया है।
हर्मीस 900: एक खतरनाक हथियार
हर्मीस 900 जैसे ड्रोन, जिनकी निगरानी और हमलावर क्षमताएं बहुत उच्च स्तर की हैं, वैश्विक स्तर पर इंसानियत के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इस तरह के ड्रोन की कुछ प्रमुख चिंताएं निम्नलिखित हैं:
- गैर-लक्षित हमले: जब यह ड्रोन किसी इलाके में निगरानी करता है, तो इसके द्वारा किए गए हमले अक्सर निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसके सेंसर और हथियार प्रणाली बहुत उन्नत होने के बावजूद, यह हमेशा सटीक नहीं होते, जिससे निर्दोष लोगों की जान जाने की संभावना बनी रहती है।
- जासूसी और निजता का उल्लंघन: यह ड्रोन दुश्मन की सीमा में घुसकर उसकी गतिविधियों पर नजर रख सकता है, जो उस देश की संप्रभुता और निजता का उल्लंघन है। यह दूसरे देशों में डर और तनाव को भी बढ़ा सकता है।
- युद्ध और आतंकवाद में उपयोग: हर्मीस 900 का उपयोग केवल सरकारों द्वारा ही नहीं, बल्कि कुछ गैर-सरकारी संगठनों या आतंकवादी समूहों द्वारा भी किया जा सकता है, यदि वे इसे हासिल कर लेते हैं। इससे वैश्विक सुरक्षा को गंभीर खतरा हो सकता है।
इंसानियत के लिए खतरा और वैश्विक प्रभाव
हर्मीस 900 जैसे ड्रोन, जो निगरानी और हमले दोनों में सक्षम हैं, इंसानियत के लिए खतरे के रूप में देखे जा सकते हैं। इन ड्रोन के कारण युद्ध क्षेत्रों में नागरिक हताहतों की संख्या बढ़ सकती है, और इस्लामिक रेजिस्टेंस द्वारा लेबनान में एक ड्रोन को मार गिराना इस खतरे की ओर ध्यान आकर्षित करता है।
कई मानवाधिकार संगठनों ने भी ऐसे ड्रोन के उपयोग पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि ये इंसानों के बिना काम करने वाले हथियार हैं, जिनकी सटीकता पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा सकता। इसके परिणामस्वरूप निर्दोष नागरिकों की मौत, जासूसी का दुरुपयोग, और वैश्विक सुरक्षा में अस्थिरता पैदा हो सकती है।
लेबनान में हर्मीस 900 ड्रोन का गिराया जाना एक महत्वपूर्ण घटना है,जिससे पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है, इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि इज़राइल द्वारा ऐसे अत्याधुनिक ड्रोन का उपयोग उसके दुश्मनों के लिए एक गंभीर चुनौती थी, लेकिन इसके साथ ही, यह वैश्विक स्तर पर चिंता का कारण भी बनता है इसलिए इतनी उन्नति के बाद एक छोटे से हिजबुल्लाह ने इजराइल की साख को मिट्टी में मिला दिया।
ऐसे ड्रोन के इस्तेमाल से जासूसी और निगरानी का खतरा बढ़ जाता है और ये इंसानियत के लिए गंभीर खतरा बना हैं।
भारत में हुई कई हेलीकॉप्टर दुर्घटना कई धमाके और विमानों में बम की अफवाह ये सब इजराइल की रेकी का नतीजा यहां के लोग मानते है,
सूत्रों की माने तो भारत में भी इजराइल आसपास के जजीरा के अड्डे बनाकर इस तरह के टोही विमान से मुखबिरी करके देश में अस्थिरता फैलाने और भारत को गुलाम बनाने की जुगत में लगा है।
इस घटना के बाद दुनिया के देशों को यह सोचने की जरूरत है कि कैसे इन अत्याधुनिक हथियारों के उपयोग को नियंत्रित किया जाए ताकि वैश्विक सुरक्षा और इंसानियत को बचाया जा सके।