बॉलीवुड अभिनेत्री मल्लिका शेरावत की फिल्म मर्डर जिसने भी देखी वो उनके बोल्डनेस का कायल हो गया, लेकिन यही बोल्डनेस ने जहां मल्लिका की छवि खराब कर दी वहीं उन्हें एक्टिंग की दुनिया से किनारे भी कर दिया गया। इस मामले में खुद मल्लिका कहती हैं कि बोल्ड छवि की एक कीमत होती है।
उसके मुताबिक फिल्म निर्देशक आपके सह-कलाकार सहित सभी को लगने लगता है कि आप आसानी से ‘समझौता’ कर लेने वाली चीज हैं। इसलिए लोग चरित्र पर टिप्पणी करने लग जाते हैं और ऐसा करने का मौका भी आसानी से मिल जाता है। ऐसे में फिल्म मर्डर के बाद से ही मल्लिका पर कई तरह के आरोप लगे। इसे स्वीकारते हुए मल्लिका कहती हैं कि ‘यदि बड़े पर्दे पर आप शॉर्ट स्कर्ट पहनती हैं,
किस करती हुई दिखती हैं तो आपको अनैतिक महिला समझ लिया जाता है। इसी छवि के चलते मुझे फिल्मों से बाहर निकाल दिया गया क्योंकि अभिनेता कहते थे कि जब बोल्ड सीन्स कर सकती हो तो उनके साथ संबंध क्यों नहीं बना सकतीं? मैंने ऐसा करने से मना कर दिया और मेरे हाथ से फिल्में निकलती चली गईं।’ मल्लिका ने फिल्मी पर्दे पर दिखने वाले सीन्स के जरिए कलाकार की छवि तय करने पर कटाक्ष करते
हुए यह भी कहा कि ‘दरअसल यह सब समाज की सोच को प्रतिबिंबित करता है, जिसका सामना हमारे देश की अधिकांश महिलाएं कर रही हैं।’ इस प्रकार माना जा रहा है कि मल्लिका को अभिनय की वजह से नहीं बल्कि उनकी बोल्डनेस की वजह से फिल्मी दुनिया में काम नहीं मिला, क्योंकि वो रील में तो बोल्ड नजर आती हैं, लेकिन रियल लाइफ में वो ऐसा नहीं कर पाती हैं।
