
तहलका टुडे टीम
उपराज्यपाल की जम्मू-कश्मीर के वक़्फ़ के विकास के लिए ली जा रही रूचि के लिए सेंट्रल वक्फ काउंसिल की सदस्य और वक्फ डेवलपमेंट कमेटी की चेयरपर्सन डा. द्रंक्षा अ्रादांबी ने सराहना की।
उप राज्यपाल ने एक मुलाक़ात में आश्वासन दिया कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के हितों के लिए वे जो भी सुझाव दे रही हें उन पर गौर किया जाएगा। उन्होंने डा. अंद्राबी से लोगों के कल्याण के लिए इसी तरह काम करते रहने को कहा
जम्मू,सेंट्रल वक्फ काउंसिल की सदस्य और वक्फ डेवलपमेंट कमेटी की चेयरपर्सन डा. द्रंक्षा अ्रादांबी ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ भेंट कर उनके द्वारा ली जा रही रुचि के लिए शुक्रिया अदा किया। उन्होंने देश भर में वक्फ की जायदाद के रिकार्ड को डिजिटाइज करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने वक्फ प्रबंधन के ई-सिस्टम को जम्मू-कश्मीर में लागू करने के लिए भी उपराज्यपाल से अनुरोध किया।
डा. अंद्राबी ने उपराज्यपाल का जम्मू-कश्मीर में विभिन्न विकास प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए आभार जताया। उन्होंने यूटी प्रशासन द्वारा शांति बहाली के लिए उठाए गए कदमों पर भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए उनकी रूचि पर सराहना की। उन्होंने आश्वासन दिया कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के हितों के लिए वे जो भी सुझाव दे रही हें, उन पर गौर किया जाएगा। उन्होंने डा. अंद्राबी से लोगों के कल्याण के लिए इसी तरह काम करते रहने को कहा।
आपको बता दें कि केंद्र शासित जम्मू कश्मीर राज्य में 133 मस्जिदों और जियारतगाहों का जिम्मा अब जम्मू कश्मीर मुस्लिम वक्फ बोर्ड के पास नहीं है। अब यह सभी केंद्रीय वक्फ बोर्ड की अधीन हैं।
जम्मू कश्मीर वक्फ बोर्ड का गठन करीब 16 साल पहले मुस्लिम ऑकाफ ट्रस्ट में से ही किया गया था। वक्फ बोर्ड की सालाना आय करीब 26 करोड़ है। पूरे प्रदेश में 970071 कनाल जमीन है। इसके अलावा करीब दो हजार दुकानें, मकान व अन्य इमारती ढांचे भी बोर्ड की परिसंपत्तियों में शामिल हैं।