
तहलका टुडे टीम/अज़मी रिज़वी
जैदपुर बाराबंकी। औकाफ की जमीनो को खुर्द बुर्द करने वाले भु माफिया हमेशा हावी रहे है तहसील प्रशासन और पुलिस से सांठगांठ कर कई वक़्फो और खासकर कब्रिस्तानो और कर्बला की जमीनो को दीमक की तरह चाटने का काम आज भी जारी है।पत्रकारो पर फ़र्ज़ी मुकदमे और उन पर जुल्म कर मुस्तकिल आंखे दिखाने वाले अपर सर्वेक्षण आयुक्त वक़्फ़ जिलाधिकारी आदर्श कुमार पर भू माफिया भारी है।
ज़िले मे मुर्दो के आख़री आरामगाह पर भी अवैध कब्जे जारी है।जैदपुर मे कब्रिस्तान की सरकारी बाउंड्री तोड़कर अवैध मकान का निर्माण कराने के खिलाफ कमेटी वालो का सरकारी चौखट पर सर रगड़ कर फरियाद भी नही आया काम,अवैध निर्माण पर बुलडोज़र तो छोड़िये जनाब,उन पैरवी करने वाले वक़्फ़ सेवरो के खिलाफ उल्टी ही दर्ज करवा दी गयी फ़र्ज़ी Fir,अब मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इंसाफ की मांग की गई है। मालूम हो सफदरगंज जैदपुर मुख्य मार्ग पर मोहल्ला शाह कटरा स्थित सैकड़ो वर्ष पुराना कब्रिस्तान खसरा संख्या 1618 जिसका रकबा लगभग पक्का सवा दो बीघा है।
जो सुन्नी वक्फ बोर्ड संख्या 3037 मे दर्ज है। कब्रिस्तान मे चारो तरफ सरकारी बाउंडरी वाल बनी हुई है।कब्रिस्तान के मुख्य मार्ग की तरफ की बाउंडरी को तोड़कर कब्रिस्तान के मैन गेट से सटे भाग पर फिरोज ने अपने गुंडो व दबंगो और भू माफियाओ के साथ मिलकर जबरन कब्जा कर मकान का निर्माण करा लिया।
सूत्रो व कस्बा वासियो के मुताबिक उक्त पक्षो के साथ मिलकर कस्बे के कुछ खुराफाती लोग भूमाफियाओ ने अवैध कब्जे के खिलाफ हो रहे अवामी विरोध पर कब्रिस्तान कमेटी व अज्ञात लोगो के विरूद्ध फ़िरोज़ ने अपनी पत्नी अफसाना बानो के ज़रिए प्राथना पत्र स्थानीय थाने पर दिया।
कोतवाल भू माफियाओ तस्करो पर इतने मेहरबान थे कि आव देखा ना ताव बगैर जांच करवाये दर्ज करवा दी एफआईआर,
जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साफ साफ निर्देश है की भू माफियाओ और शरारत करने वालो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो।लेकिन यहाँ तो शरीफो और वक़्फसेवर पर ही उल्टा एक अवैध कब्जा करने वाले से मुकदमा दर्ज करवा दिया गया।
सांसद उपेंद्र रावत जो पहले जैदपुर के विधायक थे खामोश है,मौजूदा सपा के विधायक गौरव रावत भी मुर्दो को इंसाफ दिलाने के लिये आगे बढ़ने या विधानसभा सत्र मे सवाल उठाने से कतरा रहे है,एमएलसी राजेश यादव भी खामोश है,भाजपा के बछरावां के विधायक अब जैदपुर से टिकट के दावेदार भी इस प्रकरण पर आंखे मूंदे है जबकि इस इलाके की कई मुस्लिम बस्तियो मे उनकी पैठ है।जैदपुर के मौजूदा चैयरमैन के भाई सभासद रियाज़ अहमद जो इस इलाके के बड़े प्रोपर्टी डीलर भी कहे जाते है वक़्फ़ सेवर के पक्ष मे उतरने से कन्नी काट रहे है जो चर्चा का विषय बना है।
कब्रिस्तान को लेकर हो रही सियासत से लोग दुखी है अंदर ही अंदर खौल रहे है।
कब्रिस्तान कमेटी ने अवैध कब्जे के समय से ही जैदपुर कोतवाली सहित जिला प्रशासन एवं पुलिस अधीक्षक तथा वक्फ बोर्ड मे कब्जे के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की गुहार लगा रखी थी।जबकि इस मामले मे प्रशासन के आदेश पर कब्रिस्तान कमेटी सहित कस्बा वासियो ने अभी तक पूर्ण रूप से शांति व्यवस्था बनाये रखा है।
ईश्वर से इंसाफ की बाँट जोह रहे लोगो को अभी भी सरकार से उम्मीद है।
और यहा भी तय होगा की सरकार में शरारत करने वाले भू माफियाओ का जलवा है या फिर शान्ति प्रिय इंसाफ पसंद और सब्र करने वाले मुसलमानो का।