घटना से पत्रकारों में भारी आक्रोश
तहलका टुडे टीम
लखनोए-अमेठी जनपद के कोतवाली मोहनगंज अंतर्गत राजाफतेहपुर गांव में एक पत्रकार के घर में आज दबंगों ने आग लगाकर कार व बाइक को जलाकर राख कर फायरिंग करके दहशत का माहौल कायम कर दिया,वही बाराबंकी में SDM हैदर गढ़ के कार्यालय में बवाल करने वालो ने ज़मानत पर छूट कर आने पर बवाल खड़ा कर दिया और पत्रकार रजनीश को धमकी दे डाली
अग्निकांड की बड़ी घटना से जहां इलाके में सनसनी फैल गई वहीं अमेठी के पुलिस कप्तान दिनेश सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण कर मौजूद पुलिस उपाधीक्षक तिलोई को सख्त निर्देश दिए कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा प्रेस क्लब के जिलाध्यक्ष शीतला प्रसाद मिश्र ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए घटना को मोहनगंज पुलिस की लापरवाही का नतीजा बताते हुए नामजद दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है।
घटना के बाद पत्रकार के घर के आस-पास पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है ।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मोहनगंज कोतवाली क्षेत्र के तिलोई इन्हौना मार्ग पर स्थित राजाफतेहपुर गांव निवासी दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार अग्निवेश मिश्र के घर में आज प्रातः लगभग तीन बजे दबंगों ने रंजिशन घर के सहन में खड़ी कार स्कूटी व साइकिल को जलाकर राख कर दिया घटना से पीड़ित पत्रकार अग्निवेश मिश्र ने मोहनगंज कोतवाली में दी गई तहरीर में आरोप लगाया है कि गत 8 जनवरी को मेरे घर के पड़ोस के लोगों एक दर्जन लोगों ने हमला बोल कर स्वयं ,भाई ,माता ,बुआ व भाभी को गंभीर रूप से घायल कर दिया था जिसकी रिपोर्ट लिखाने में मोहनगंज पुलिस ने घोर लापरवाही बरती थी जिसका नतीजा उक्त घटना आज फिर घट गई ।पीड़ित पत्रकार अग्निवेश मिश्र ने बताया कि है कि शौच के लिए मेरे भाई उठे थे कि उन्होंने बाहर निकल कर देखा कि आग की लपटों से कर स्कूटी आदि समान जल रहा है जब उन्होंने उसे रोकने का प्रयास किया तो दबंग कट्टे से फायर कर भाग गए गुहार वा गोली की आवाज सुनकर जब हम लोग बाहर निकले तो पूरी तरीके से कार जल चुकी थी हम लोगों ने बुझाने का भरसक प्रयास किया लेकिन नहीं बुझ सकी। अग्निवेश की तहरीर पर गांव के ही दुर्गा प्रसाद, काशी प्रसाद, कन्हैयालाल व धीरज के खिलाफ धारा 436, 307 का मुकदमा कोतवाली में दर्ज किया गया है । घटना की जानकारी मिलने पर प्रेस क्लब के जिलाध्यक्ष शीतला प्रसाद मिश्र पत्रकारों के साथ ही उनके आवास पर पहुंचकर पुलिस की लापरवाही के प्रति कड़ा एतराज जताया ।श्री मिश्र आज राजफत्तेपुर से लेकर मोहनगंज कोतवाली तक पूरा दिन डटे रहे और जब तक मुकदमा नहीं दर्ज हो गया है नही हटे शीतला मिश्रा ने मोहनगंज पुलिस पर आरोप लगाया है कि अगर पूर्व में हुई घटना के प्रति कठोर कदम उठाया होता तो पुनः घटना की पुनरावृत्ति ना होती ।इस घटना की पूरी जिम्मेदार पुलिस है।घटना हाई प्रोफाइल होने के कारण गंभीरता पूर्वक लेते हुए जनपद के पुलिस कप्तान दिनेश सिंह ने पुलिस के अधिकारियों को मामले की निष्पक्ष जांच का निर्देश देते हुए भी घटनास्थल का निरीक्षण किया उन्होंने पत्रकारों को बताया कि पूर्व में भी घटना की विवेचना चल रही है आज जो घटना हुई है उसे मैं देखने आया हूं। अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है जो भी दोषी है कड़ी कार्रवाई होगी। पुलिस कप्तान ने सीओ को घटना में नामजद लोगों को गिरफ्तार करने के सख्त निर्देश दिए। इस मौके पर सीओ आनंद कुमार व प्रभारी निरीक्षक विश्वनाथ यादव पुलिस दलबल के साथ मौजूद रहे।
वही बाराबंकी सुबेहा थाने के ताला रुक मुद्दीन पुर निवासी रजनीश सिंह हैदरगढ़ कस्बे स्थित लखनऊ सुल्तानपुर राष्ट्रीय मार्ग के किनारे इंडियन बैंक के बगल अपना वर्षों से केआम बुधवार सुबह 11:30 बजे अपनी दुकान पर बैठे हुए थे आरोप है की सुबेहा थाने के नीमा मऊ मजरे पलिया गांव निवासी रमाकांत अवस्थी अपने तीन अज्ञात साथियों के साथ मेंथा की दुकान पर आ गए और रजनीश सिंह से कहने लगे कि मैंने 2 दिन पहले एसडीएम हैदरगढ़ के कार्यालय में घुसकर पलिया प्रधान मनोज कुमार मिश्रा की जमकर पिटाई की थी जिसकी तुम पैरों कारी व पत्रकारिता तहसील से लेकर कोतवाली तक विपक्षी से पूछ कर कर रहे थे इसलिए मैं तुमसे काफी आहत हूं
आरोप है कि रमाकांत अवस्थी आदि ने मेथा व्यवसाई को अपमानित करते हुए जान से मार देने की धमकी देने लगे इसी बीच पीड़ित रजनीश के भाई व आसपास के पड़ोसी दुकानदार आ गए जिसके बाद पीड़ित की जान बच पाई। आरोप है कि विपक्षी रमाकांत अवस्थी आदि जाते समय रजनीश सिंह को जान से मार देने की धमकी देते हुए जा रहे थे साथ ही में पुलिस प्रशासन द्वारा कुछ बिगाड़ नहीं पाने की भी बात कही जा रही थी। मेथा व्यापारी रजनीश कुमार सिंह ने अपने साथ हुई घटना की तहरीर हैदरगढ़ कोतवाली आकर पुलिस को दी है साथ ही में घटना की सारी बात कोतवाली प्रभारी हैदरगढ़ धर्मेंद्र सिंह रघुवंशी से फोन पर बताई है जिस पर उन्होंने कार्रवाई किये जाने का पीड़ित को आश्वासन दिया है।