लखनऊ.केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले शुक्रवार को राजधानी लखनऊ पहुंचे। यहां उन्होंने सपा-बसपा गठबंधन पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि 2019 में मोदी एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। बीजेपी को हराने के लिए सपा-बसपा एक हुए हैं अगर यूपी में इनके साथ आने से बीजेपी की 20-25 सीटें कम भी हो गईं तो दूसरे राज्यों में बीजेपी को फायदा होगा और नरेन्द्र मोदी पीएम बन जाएंगे। राजनीति में प्लस-माइनस होता रहता है। अगर तीसरा मोर्चा बनता है तो हमारे लिए फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि सपा ने मायावती को धोखा दिया। सपा को राज्यसभा चुनाव में मायावती के कैंडिडट को सपा को पहले प्रेफ़्रेन्स के वोट देना चाहिए था।
अगर मायावती एनडीए में आएगी तो मैं, पासवान और मायावती जी दलितों के हित की बात कर सकते हैं। मेरा कहना है कि बीजेपी की यूपी में 50 से ज्यादा सीटें आएगी लेकिन मायावती साथ आएगी तो हम सारी सीटें जीत सकेंगे।
अंबेडकर ने नाम पर नहीं होनी चाहिए राजनीति
रामदास अठावले ने संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर के नाम के साथ उनके पिता के नाम जोड़े जाने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा मैं
योगी आदित्यनाथ सरकार इस फैसले का समर्थन करता हूं। हमारे महाराष्ट्र में परंपरा है कि पहले पिता का नाम होता फिर सरनेम होता है। इसमें राजनीति नहीं करनी चाहिए।
मायावती का कहना है कि नरेंद्र मोदी को भी पिता का नाम लगाना चाहिये। पर इस पर भी राजनीति नहीं करनी चाहिये। वो अपने पिता के नाम का इस्तेमाल करते हैं।
सरकार की योजना से होगा सबको लाभ
रामदास अठावले ने कहा कि जो योजनाएं सरकार की हैं उसका लाभ सभी को मिलेगा। मेरे मंत्रालय का बजट 56 हज़ार 19 करोड़ का है। हम लगातार काम कर रहे हैं।
दिव्यांगों के लिए हमारी सरकार काम कर रही है और अगर उनके साथ कोई गलत काम करेगा तो उनके खिलाफ जांच होगी। दलित पर अभी भी अत्याचार हो रहे हैं पर इसका कारण भाजपा सरकार नहीं है। अत्याचारों को पॉलिटिकल चश्मे से नहीं देखना चाहिए। दलितों पर अत्याचार कम करने के लिए इंटर कास्ट मैरिज को और बढ़ावा देना चाहिए इसी से समाज साथ आ सकता है।
2014 में बीजेपी को मिली थी 73 सीटें
-यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी गठबंधन को 73 सीटें मिली थी। सपा को 5 औऱ कांग्रेस ने 2 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि 2014 में बीएसपी को एक भी सीट नहीं मिली थी।