- भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफताबे शरीयत मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने दुनिया में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले पाकिस्तान के शहबाज शरीफ और इजरायली राष्ट्रपति नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का नाम और तस्वीर फूंक कर आसिफी मस्जिद में प्रदर्शन,देखता रहा मोसाद और सीआईए आईएसआई
लखनऊ : भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय इलाके और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश में आतंवादियो जालिमों की तो ऐसी की तैसी है ही ,जालिम मुल्कों और उनके सरगनाओं को भी नही
बक्शा जाता है,इसी क्रम में भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफताबे शरीयत मौलाना कल्बे जवाद नकवी के नेतृत्व में पाकिस्तान के पाराचिनार में शियों के नरसंहार और आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ आज जुमे की नमाज़ के बाद मजलिस-ए-उलेमा-ए-हिंद की ओर से आसिफी मस्जिद में विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान सरकार, दाएश (आई.एस.आई.एस),अफगानिस्तान सरकार और अमेरिका और इज़राइल के खिलाफ नारे लगते हुए संयुक्त राष्ट्र से पाराचिनार के शियों की सुरक्षा की मांग की। विरोध प्रदर्शन में शहबाज शरीफ और इजरायली राष्ट्रपति नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की तस्वीरें भी जलाई गईं।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए मौलाना सैय्यद कल्बे जवाद नक़वी ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार अमेरिका और इजराइल की एजेंट है। पाराचिनार में लगातार आतंकी संगठन शियों का नरसंहार कर रहे हैं, लेकिन पाकिस्तानी सरकार और सेना ने समय पर कोई उचित कार्रवाई नहीं की। मौलाना ने कहा कि अफगानिस्तान से आतंकवादियों को हथियार भेजे जा रहे हैं और पाकिस्तानी सरकार उनका समर्थन कर रही है, इसलिए हम संयुक्त राष्ट्र से मांग करते हैं कि शिया नरसंहार के जुर्म में पाकिस्तानी और अफ़ग़ानिस्तानी सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाए। मौलाना ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का अड्डा है, अमेरिका और इजराइल द्वारा बनाये गये आतंकवादी संगठन पाकिस्तान में सक्रिय हैं। खासकर तालिबान और दाएश जैसे आतंकवादी संगठन जो वर्तमान में पाराचिनार में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, उन्हें अमेरिका और इज़राइल द्वारा वजूद में लाया गया और पाकिस्तानी सरकार द्वारा समर्थन दिया गया, जिसके परिणामस्वरूप आज पाराचिनार को नरक बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
मौलाना अली अब्बास खान ने संबोधित करते हुए कहा कि अल्लाह का वादा है कि असत्य पर सत्य की जीत होगी। आज भी हक़ बातिल के ख़िलाफ़ लड़ रहा है और ज़ुल्म करने वालों के ख़िलाफ़ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। अब दुनिया समझ चुकी है कि हक़ किधर है और बातिल किधर है। उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के पाराचिनार में हो रहे ज़ुल्म की कड़ी निंदा करते हैं। जो सरकार अपने लोगों की रक्षा नहीं कर सकती उससे क्या उम्मीद की जा सकती है। हर सरकार अपने लोगों की रक्षा करना चाहती है लेकिन पाकिस्तानी सरकार नाकाम हो चुकी है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से पाराचिनार में शांति बहाल करने और ज़ालिमों को जवाबदेह ठहराने की मांग की।
विरोध प्रदर्शन में मौलाना सरताज हैदर ज़ैदी, मौलाना फ़िरोज़ हुसैन, मौलाना आदिल फ़राज़, मीसम रिज़वी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।