
तहलका टुडे टीम
लखनऊ,अंबर फाउंडेशन के चेयरमैन, वफा अब्बास ने हज 2025 के लिए आवेदन तिथि बढ़ाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री किरन रिजिजू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और हज कमेटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन को पत्र भेजा है। उन्होंने पत्र में आग्रह किया है कि हज 2025 के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि, जो कि 30 सितंबर 2024 को समाप्त हो गई थी, उसे बढ़ाकर 15 नवंबर 2024 तक किया जाए।
समय पर आवेदन न कर पाने वाले श्रद्धालुओं के लिए राहत की उम्मीद
वफा अब्बास ने पत्र में लिखा है कि कई इच्छुक हज यात्री विभिन्न कारणों से आवेदन करने में असमर्थ रहे। इनमें तकनीकी समस्याएं, जानकारी का अभाव, और दस्तावेजों की तैयारी जैसी परेशानियां शामिल हैं। इस कारण हज के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाने की मांग की गई है, ताकि सभी पात्र श्रद्धालु समय रहते आवेदन कर सकें और इस पवित्र यात्रा में शामिल हो सकें।
हज यात्रा में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी का भी उठाया मुद्दा
वफा अब्बास ने पत्र में हज कमेटी ऑफ इंडिया और प्राइवेट ऑपरेटरों द्वारा होने वाली कमीशनखोरी पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने हज यात्रा की बढ़ती लागत पर सवाल उठाते हुए कहा कि जहां उमरा मात्र 65,000 रुपये में हो जाता है, वहीं हज यात्रा के लिए 6,50,000 रुपये लिया जा रहा है। यह भारी रकम कई मुसलमानों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। वफा अब्बास ने इस बात पर भी जोर दिया कि प्राइवेट ऑपरेटरों का कोटा बढ़ाने के लिए मोटी रकम ली जा रही है, जो कि गलत है और इसे तुरंत बंद किया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री से हज यात्रा की लागत कम करने की अपील
वफा अब्बास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया है कि हज यात्रा की लागत को कम किया जाए, ताकि हर वर्ग के मुसलमान इस यात्रा में शामिल हो सकें। उन्होंने कहा कि यह इबादत का विषय है और इसे मुनाफाखोरी से मुक्त रखना जरूरी है।
श्रद्धालुओं के बीच उम्मीदें जगीं
वफा अब्बास के इस पत्र से हज यात्रियों के बीच उम्मीद जगी है कि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान देगी और हज यात्रा की आवेदन तिथि को बढ़ाएगी। इसके साथ ही, उन्होंने हज कमेटी की कार्यप्रणाली में सुधार की भी मांग की है, ताकि भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी जैसी समस्याओं का समाधान हो सके।
अब सभी की नजर इस पर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंत्रीगण इस पत्र पर क्या कदम उठाते हैं और क्या हज 2025 के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाई जाती है।