
“संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की चुनौती: क्या इज़राइल को जंग रोकने पर मजबूर किया जा सकेगा, या फिर इज़राइल तोड़ेगा अंतरराष्ट्रीय नियम?”
तहलका टुडे इंटरनेशनल डेस्क/वासीक
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद बुधवार को न्यूयॉर्क में एक आपात बैठक आयोजित कर रही है, जिसमें मध्य पूर्व में बढ़ते संकट पर चर्चा की जाएगी। मुख्य रूप से इस बैठक का ध्यान इज़राइल द्वारा गाज़ा और लेबनान में की जा रही सैन्य कार्रवाई पर होगा, जिसमें निर्दोष नागरिकों की मौत हो रही है। सवाल यह है कि क्या सुरक्षा परिषद इज़राइल को जंग रोकने के लिए मजबूर कर पाएगी?
संयुक्त राष्ट्र की यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब इज़राइल की कार्रवाई के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। हालांकि, इज़राइल की ओर से संयुक्त राष्ट्र के नियमों और आदेशों को तोड़ने का इतिहास रहा है। इससे यह सवाल और महत्वपूर्ण हो जाता है कि क्या इस बार सुरक्षा परिषद इज़राइल पर प्रभावी रूप से नियंत्रण लगा पाएगी, या फिर इज़राइल अंतरराष्ट्रीय नियमों की अवहेलना करके अपने सैन्य अभियान को जारी रखेगा।
इज़राइल की सैन्य ताकत और पश्चिमी देशों, विशेष रूप से अमेरिका का समर्थन उसे सुरक्षा परिषद के फैसलों से बेपरवाह बना सकता है। इस आपात बैठक के नतीजे न सिर्फ मध्य पूर्व के भविष्य बल्कि अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र की प्रभावशीलता के लिए भी महत्वपूर्ण होंगे।