
श्रीनिवासपुर : बारिश के मौसम में मेंढ़क टर्र-टर्र करते इधर-उधर उछलते आपने अवश्य देंखे होंगे लेकिन कर्नाटक के एक गांव में उड़ने वाले मेंढ़कों की बाढ़ सी आई है। इन उड़ने वाले मेंढ़कों से वहां के रहवासी हैरान-परेशान हैं। कर्नाटक के कोलार जिले के श्रीनिवासपुर तहसील में पिछले कुछ दिन से उड़ने वाले मेंढक दिखाई दे रहे हैं।
करीब एक दर्जन घरों में यह नजारा देखने को मिल रहा है। उड़ने वाले मेंढक अक्सर श्रीलंका में पाए जाते हैं। रिटायर्ड हेडमास्टर आर रेड्डी ने बताया कि दो-तीन दिन से गांव के घरों में कई मेंढक देखे गए हैं। उन्होंने टॉइलट की सीट पर एक मेंढक को बैठा देखा तो उसे भगाने की कोशिश की लेकिन वह उड़कर दीवारों पर बैठने लगा।
उन्होंने दूसरे कमरों में भी मेंढकों को देखा। जब पड़ोसियों से इस बारे में पता चला तो उन्होंने बताया कि उनके घरों में भी यही हाल है। कोलार में भी ऐसे मेंढक देखे गए हैं। पीसी एक्सटेंशन निवासी आर स्रेशा ने बताया कि उन्हें भूरे रंग का मेंढक दिखा। रेड्डी ने बताया कि उड़ने वाले मेंढक हल्के हरे होते हैं और उनके पैरों के सिरे पर पाइप जैसी आकृति होती है
जिससे वह सपाट दीवारों पर पकड़ बनाते हैं। वन विभाग के स्टाफ और पर्यावरणविद पुरुषोत्तम ने बताया कि यह प्रजाति सामान्य मेंढक से अलग होती है। इसके पीछे म्यूटेशन के कारण डीएनए संरचना में अंतर वजह हो सकता है। ये आमतौर पर आम के पेड़ पर रहते हैं और छोटे कीड़े खाते हैं।