नई दिल्ली : देश की सड़कों पर बिजली चालित वाहनों की तादाद बढ़ाने और नवाचारी प्रयोग को बढ़ावा देने के मकसद से राइड प्लेटफॉर्म ओला ने ‘ओला मोबिलिटी इंस्टीट्यूट’ शुरू करने की घोषणा की है।
कंपनी ने कहा कि वह अपनी विशेष कार्यक्रम के तहत अगामी तीन साल में देश की सड़कों पर बिजली चालित वाहनों की तादाद 10 लाख करने की दिशा में काम कर रही है।
ओला में सामरिक उपक्रमों के लिए वरिष्ठ उपाध्यक्ष आनंद शाह ने कहा, मोबिलिटी के क्षेत्र में बदलाव से लोगों के जीवन में सुधार हो रहा है और रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। इस बदलाव से शहरों की सड़कों पर भीड़ और प्रदूषण कम हो रहा है।
कंपनी ने कहा कि शाह की अगुवाई में इंस्टीट्यूट में रणनीतिक विचारकों, शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और दुनियाभर के प्रशिक्षित विशेषज्ञों की एक प्रारंभिक टीम बनाई गई है।
उन्होंने कहा कि इंस्टीट्यूट में एक वैश्विक सलाहकार बोर्ड होगा जो महत्वपूर्ण मसलों पर अपनी राय देगा। बोर्ड में मोबिलिटी क्षेत्र के करीब एक दर्जन विशेषज्ञों को अगले साल तक शामिल किया जाएगा।
ओला की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि बिजली आधारित परिवहन को व्यावहारिक बनाने के लिए कंपनी ने पहले ही ‘मिशन टू इलेक्ट्रिक’ लांच किया है।
कंपनी ने कहा कि उसकी योजना में जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों से बचाव के लिए समुचित उपाय समेत परिवहन के क्षेत्र में नवाचार पर अमल करना है। साथ ही, रोजगार के अवसर पैदा करने और डिजिटलीकरण को प्रोत्साहन देना उसकी प्राथमिकताओं में शामिल है।