लखनऊ । एक महीने में दो बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व मुख्य सचिव राजीव कुमार को पत्र भेजने का कोई नतीजा न निकलने के बाद राज्य कर्मचारियों व शिक्षकों ने अब लखनऊ में जुटान कर शासन को अंतिम चेतावनी देने की तैयारी की है। कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा का दावा है कि शुक्रवार को प्रदेश भर के शिक्षक व कर्मचारी जीपीओ पर विरोध सभा करेंगे और इसी सभा में आंदोलन बढ़ाने की रणनीति तय की जाएगी।
मोर्चा के संयोजक सतीश पांडेय व अध्यक्ष वीपी मिश्रा ने बताया कि 20 फरवरी को मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को पत्र भेजकर कर्मचारी मुद्दों पर वार्ता का आग्रह किया गया था। शासन से कोई पहल न होने पर 16 मार्च को सभी जिलों में धरना देकर जिलाधिकारियों के जरिये मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। इस पर भी संज्ञान न लिए जाने के बाद 19 मार्च को फिर मुख्यमंत्री को अशांति टालने के उद्देश्य से पत्र भेजा गया लेकिन, वार्ता की पहल फिर भी नहीं हुई। इस पर मोर्चा ने प्रदेश के कर्मचारियों को लखनऊ बुलाकर शक्ति प्रदर्शन की तैयारी की है।
कल्याण निगम कर्मियों ने टाली हड़ताल
जीएसटी लागू होने के बाद वेतन न मिलने से बदहाली की कगार पर पहुंचे कल्याण निगम के कर्मचारियों ने निगम प्रबंधन से आश्वासन मिलने के बाद शुक्रवार से हड़ताल पर जाने का फैसला फिलहाल स्थगित कर दिया है। राज्य कर्मचारी कल्याण निगम डिपो कर्मचारी संघ के महामंत्री मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि निगम प्रबंधन ने शासन में वेतन दिए जाने पर विचार होने की जानकारी दी है। कर्मचारियों द्वारा हड़ताल की चेतावनी दिए जाने के बाद बीते दो दिनों से इसमें तेजी आई है। श्रीवास्तव के मुताबिक हड़ताल से इस पर असर पड़ सकता है, इसलिए निगम को अगले कुछ दिनों का समय देते हुए आंदोलन टाल दिया गया है।