लखनऊ । स्टांप एवं नागरिक उडड्यन मंत्री नंद गोपाल नंदी और उनके सरकारी वाहन चालक के बीच सोमवार शाम को विवाद के बाद रात तक सचिवालय से कालिदास मार्ग स्थित मंत्री आवास तक हलचल मची रही। हालांकि, मंत्री चालक की पिटाई से इन्कार करते रहे लेकिन, साथी को पीटे जाने का आरोप लगाते हुए चालक संघ ने मंत्री आवास पर प्रदर्शन कर मुर्दाबाद और हाय-हाय के नारे लगाए।
विवाद सोमवार शाम तब शुरू हुआ जब नंदी का सरकारी वाहन चालक अर्जुन सिंह कुशवाहा करीब साढ़े छह बजे कालिदास मार्ग से भागता हुआ सचिवालय पहुंचा। उसने अपने साथियों और उप्र सचिवालय राज्य संपत्ति विभाग मोटर चालक संघ के अध्यक्ष सतीश शर्मा को बताया कि मंत्री ने उसे दो थप्पड़ मारे हैं और बाल पकड़ कर झकझोरा है। कुशवाहा ने बताया कि फूलपुर संसदीय क्षेत्र में चुनाव के कारण अधिकारियों ने उस क्षेत्र में जाने से मना किया था, जबकि मंत्री जबरन उसे इलाहाबाद ले जाना चाहते थे। कुशवाहा के मुताबिक पहले भी मंत्री दो बार उसे आचार संहिता वाले क्षेत्र में ले गए, जहां तेल को लेकर दिक्कत भी हुई।
साथी की पिटाई से नाराज संघ सदस्य मंत्री के आवास पहुंच गए। यहां उन्होंने प्रदर्शन कर विरोध जताया। हंगामे की सूचना पर गौतमपल्ली पुलिस मौके पर पहुंची और चालकों को वहां से हटा दिया। इंस्पेक्टर गौतमपल्ली विजयसेन सिंह के मुताबिक इस मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर जांच कर आगे कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ संघ अध्यक्ष शर्मा ने बताया कि मंत्री से बात न हो पाने पर उन्होंने राज्य संपत्ति अधिकारी से पूरे मामले की लिखित शिकायत की है। साथ ही मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने का भी अनुरोध किया है।
दूसरी तरफ पिटाई के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए मंत्री नंदी ने बताया कि उन्हें लगातार शिकायत मिल रही थी कि उनका सरकारी चालक अधिकारियों से बेवजह रुपयों की मांग करता रहता है। गाड़ी के तेल की चोरी व तेल के नाम पर धन उगाही की भी शिकायतें थी। मंत्री ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री से बात करने के साथ ही अपने निजी सचिव को चालक की शिकायतों पर राज्य संपत्ति अधिकारी को पत्र लिखने के निर्देश दिए थे। इसकी भनक लगने पर कार्रवाई के डर से चालक पीटने का झूठा आरोप लगा रहा है। मंत्री के मुताबिक सोमवार को उन्होंने चालक से गोमतीनगर चलने को कहा तो उसने मना कर दिया, जिस पर उसे सिर्फ फटकार लगाई गई थी।
चालक को लेकर कई तरह की शिकायतें आ रही थीं। इस पर कार्रवाई के लिए निजी सचिव के जरिए राज्य संपत्ति अधिकारी को पत्र लिखा गया है। चालक के साथ किसी तरह की मारपीट नहीं की गई है। कार्रवाई से बचने का दबाव बनाने के लिए जानबूझकर हंगामा किया जा रहा है।
– नंद गोपाल गुप्ता नंदी, स्टांप एवं नागरिक उडड्यन मंत्री
हमने राज्य संपत्ति अधिकारी को लिखित दे दिया है कि संघ का कोई सदस्य अब मंत्री नंदी का वाहन नहीं चलाएगा। मंत्री द्वारा लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। छोटे कर्मचारियों के खिलाफ षडय़ंत्र किया जा रहा है।
सतीश शर्मा, अध्यक्ष, उप्र सचिवालय राज्य संपत्ति विभाग मोटर चालक संघ