
मुंबई । सार्वजनिक क्षेत्र के कुछ बैंकों की पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार अगले कुछ दिनों में करीब 10 हजार करोड़ रुपए की पूंजी डालेगी। यह पूंजी पंजाब नेशनल बैंक, कारपोरेशन बैंक और सेंट्रल बैंक आफ इंडिया सहित कुछ अन्य बैंकों में डाली जाएगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इनमें से कुछ बैंकों द्वारा अपने बॉंड धारकों को ब्याज का भुगतान करने की वजह से ये बैंक वित्तीय दबाव में आ गए। इसके परिणामस्वरूप ये बैंक नियामकीय पूंजी जरूरतों में असफल रहने के जोखिम में आ गए हैं।
सूत्रों का कहना है कि मंत्रालय ने चार-पांच बैंकों को पूंजी उपलब्ध कराने का फैसला किया है जो कि पूंजी की भारी तंगी का सामना कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि बैंकों में पूंजी डालने का काम इसी सप्ताह और ज्यादा से ज्यादा अगले सप्ताह तक हो जाएगा। पंजाब नेशनल बैंक, सैंट्रल बैंक आफ इंडिया और कारपोरेशन बैंक सहित कुछ अन्य बैंकों में यह पूंजी डाली जा सकती है।
बैंकों पूंजी डालने का यह फैसला सरकार के उस निर्णय का हिस्सा है जिसके तहत बैंकों में दो वित्त वर्ष में कुल 2.11 लाख करोड़ रुपए डाले जाने हैं। इसमें से 65,000 करोड़ रुपए की शेष राशि बची हुई है। पूंजी डालने के इस ताजा दौर में 8,000 से 10,000 करोड़ रुपए की पूंजी डाली जा सकती है।
सरकार ने पिछले साल अक्तूबर में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में 2.11 लाख करोड़ रुपए की पूंजी डॉलर की घोषणा की थी।