
नई दिल्ली : भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुए पहले टेस्ट मैच में अपने टेस्ट करियर का पहला मैच खेल रहे पृथ्वी शॉ ने बेहतरीन शतक लगाकर सबका दिल जीत लिया.
शॉ का यह शतक केवल 99 गेंद पर आया. पृथ्वी की इस पारी की भारत के कई दिग्गज क्रिकेटर मुरीद हो गए. इनमें भारत में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी शामिल रहे. सचिन ने शॉ की तारीफ करते हुए उनकी सबसे बड़ी खूबी के बारे में बात भी की. पृथ्वी शॉ की तुलना अक्सर सचिन तेंदुलकर से की जाती है.
शॉ अपने टेस्ट शतक से पहले भारत के घरेलू अहम टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी और दिलीप ट्रॉफी में भी अपने पहले मैच में शतक लगा चुके हैं. इस मैच में शतक लगाने के बाद पृथ्वी ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए. वे सबसे तेज डेब्यू टेस्ट शतक लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी बने. इसके अलावा शॉ डेब्यू टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र में खिलाड़ी भी बन गए.
पृथ्वी के शतक लगाने के बाद सचिन तेंदुलकर ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, “मेरे हिसाब से, हुनर होना एक बात है लेकिन आप अपने उस हुनर के साथ क्या करते हैं, यह ज्यादा अहम हो जाता है. यदि आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल होना चाहते हैं,
तो आपको तेजी से सीखने वाला बनना पड़ेगा और पृथ्वी काफी अच्छे सीखने वाले हैं. इस स्तर पर जब किसी को प्रदर्शन कर उसे कायम रखना हो और उसके साथ हीलंबे समय तक दुनिया के अगल-अलग हालातों में खेलना हो, तब हालातों में ढलने की क्षमता बहुत मायने रखती है. मुझे लगता है कि पृथ्वी में अलग-अलग हालातों के मुताबिक ढलने की क्षमता है. मेरे लिए पृथ्वी की यह सबसे बड़ी ताकत है.
नई दिल्ली: भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुए पहले टेस्ट मैच में अपने टेस्ट करियर का पहला मैच खेल रहे पृथ्वी शॉ ने बेहतरीन शतक लगाकर सबका दिल जीत लिया. शॉ का यह शतक केवल 99 गेंद पर आया. पृथ्वी की इस पारी की भारत के कई दिग्गज क्रिकेटर मुरीद हो गए.
इनमें भारत में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी शामिल रहे. सचिन ने शॉ की तारीफ करते हुए उनकी सबसे बड़ी खूबी के बारे में बात भी की. पृथ्वी शॉ की तुलना अक्सर सचिन तेंदुलकर से की जाती है.
शॉ अपने टेस्ट शतक से पहले भारत के घरेलू अहम टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी और दिलीप ट्रॉफी में भी अपने पहले मैच में शतक लगा चुके हैं. इस मैच में शतक लगाने के बाद पृथ्वी ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए. वे सबसे तेज डेब्यू टेस्ट शतक लगाने वाले तीसरे खिलाड़ी बने. इसके अलावा शॉ डेब्यू टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र में खिलाड़ी भी बन गए.
पृथ्वी के शतक लगाने के बाद सचिन तेंदुलकर ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, “मेरे हिसाब से, हुनर होना एक बात है लेकिन आप अपने उस हुनर के साथ क्या करते हैं, यह ज्यादा अहम हो जाता है. यदि आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल होना चाहते हैं, तो आपको तेजी से सीखने वाला बनना पड़ेगा और पृथ्वी काफी अच्छे सीखने वाले हैं.
इस स्तर पर जब किसी को प्रदर्शन कर उसे कायम रखना हो और उसके साथ हीलंबे समय तक दुनिया के अगल-अलग हालातों में खेलना हो, तब हालातों में ढलने की क्षमता बहुत मायने रखती है. मुझे लगता है कि पृथ्वी में अलग-अलग हालातों के मुताबिक ढलने की क्षमता है. मेरे लिए पृथ्वी की यह सबसे बड़ी ताकत है.
News Source : http://zeenews.india.com/hindi/india