नोएडा । सेक्टर-18 स्थित स्पा सेंटर में चल रहे देह व्यापार के रैकेट को लेकर पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, यहां पर काम करने वाली युवतियों को 25 हजार रुपये के मासिक वेतन पर रखा गया था, लेकिन कमीशन के चक्कर में वे मसाज के दौरान ग्राहक को संबंध बनाने के लिए राजी कर लेती थीं। इसकी एवज में ग्राहकों से 10 हजार रुपये लिए जाते थे, जिसमें से 50 फीसद कमीशन लड़कियों को मिलता था। इस बात का खुलासा युवतियों से पुलिस की पूछताछ में हुआ है।
ज्यादा पैसे कमाने के लिए हुईं शामिल
पुलिस पूछताछ में युवतियों ने बताया ये लोग खुद ही अधिक कमाई के लिए देह व्यापार रैकेट में शामिल हुईं। इन युवतियों को मसाज के लिए जितना पैसा मिलता था, उससे कई गुना ज्यादा ये इस रैकेट से कमा लेती थीं।
बता दें कि बुधवार रात इस स्पा सेंटर में पुलिस ने छापेमारी की थी। पुलिस अंदर पहुंची तो यह देखकर दंग रह गई कि यहां पर मसाज के नाम पर देह व्यापार का धंधा चल रहा है। पुलिस ने स्पा सेंटर के अंदर छह युवकों व 12 युवतियों को आपत्तिजनक हालत में पाया था इसके बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को अब भी स्पा सेंटर के मालिक दिल्ली निवासी राजेश वर्मा की तलाश है।
देह व्यापार के इस रैकेट में पकड़े गए लोगों में स्पा की महिला मैनेजर वैशाली, गाजियाबाद निवासी नताशा और सेल्समैन वसुंधरा, गाजियाबाद निवासी निखिल रोहिल्ला शामिल हैं।
इसके अलावा पुलिस ने मौके से मुरादाबाद निवासी योगेश कुमार, ग्रेटर कैलाश, दिल्ली निवासी रविन्द्र, ग्रेटर नोएडा निवासी आशीष कुमार, आशू नागर, सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार युवतियों के उम्र 18 से 23 साल है। सभी लड़कियां नोएडा, दिल्ली व गाजियाबाद की रहने वाली हैं। इनमें से चार शादीशुदा हैं और चार नॉर्थ इस्ट की रहने वाली हैं।
सीओ को सौंपी गई जांच
इस मामले की जांच क्षेत्राधिकारी तृतीय श्वेताभ पांडेय को दे दी गई है। गुरुवार को सीओ तृतीय ने कोतवाली सेक्टर-20 में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ भी की। इससे पहले कोतवाली सेक्टर-20 में क्षेत्राधिकारी प्रथम पीयूष सिंह ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज कराई थी।
परिजन ने किया किनारा
इस रैकेट में पकड़े गए अधिकतर आरोपियों के परिजन कोतवाली सेक्टर 20 में उनसे मिलने नहीं पहुंचे। लड़कियों के परिजन को केवल यह पता था कि वो स्पा सेंटर में काम करती हैं। वहां इस तरह का रैकेट चल रहा था, इसका अंदाजा परिजन को नहीं था।