नई दिल्ली: पीएनबी घोटाला घोटाले में आज पहली गिरफ़्तारी हुई है. सीबीआई ने आज बैंक के पूर्व डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी को गिरफ़्तार कर लिया है. गोकुलनाथ के अलावा दो और आरोपियों की भी गिरफ़्तारी हुई है जिसमें पीएनबी कर्मचारी मनोज खरट और नीरव मोदी ग्रुप के हेमंत भट शामिल है. गोकुलनाथ शेट्टी पर बिना गारंटी नीरव मोदी को लोन देने का आरोप है. आज तीनों आरोपियों को मुंबई में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा.
उधर इस जांच में इस मामले की परत दर परत खुलती जा रही है. एक ओर जहां कांग्रेस केंद्र सरकार को घेरने में कोई कोताही नहीं बरत रही है तो दूसरी ओर से पीएनबी के एक पूर्व निदेशक दिनेश दुबे ने कहा है कि यूपीए सरकार चाहती तो इस घोटाले को रोक सकती थी. दुबे ने बताया कि गीतांजलि जेम्स को लेकर उन्होंने साल 2013 में केंद्र सरकार और आरबीआई को पत्र लिखकर अगाह किया था कि पहले समूह 1500 करोड़ रुपये का लोन चुकाए लेकिन इसके बाद उनके ऊपर दबाव पड़ने लगा और इस्तीफा दे दिया.
फिलहाल इस मामले में गोकुलनाथ शेट्टी की गिरफ्तारी के बाद माना जा रहा है कि कई बड़े खुलासे पूछताछ में हो सकते हैं. गौरतलब है कि अब तक 20 के करीब पीएनबी के कर्मचारियों पर कार्रवाई हो चुकी है. उधर नीरव मोदी की तलाश में सीबीआई ने इंटरपोल से भी मदद मांगी है.