बेंगलुरु/दावणगेरे : कर्नाटक में चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस के बीच भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जमकर वाकयुद्ध हो रहा है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिद्धारमैया सरकार को ‘सीधा रुपैया सरकार’ करार देते हुए कहा कि हर चीज में यहां पैसे से ही काम होता है. वहीं, कांग्रेस ने भी पलटवार किया और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पीएनबी घोटाले पर प्रधानमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और उन्हें ‘‘मौन मोदी से बोल मोदी’’ बनना चाहिए. मोदी ने 2012 में हिमाचल प्रदेश के मंडी में एक चुनावी सभा में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह ‘मौन मोहन सिंह’ हैं जिन्हें बढ़ती महंगाई और गरीबों की दुर्दशा की कोई फिक्र नहीं है. तब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.
मोदी ने दावणगेरे में भाजपा की एक किसान रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कुछ लोगों को लगता है कि कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार है. लेकिन सच यह है कि यहां ‘सीधा रुपैया’ सरकार है। हर चीज में सीधा रुपैया है, तभी काम होता है.’’ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा के 75वें जन्मदिन के मौके पर मोदी ने उपस्थित जनसमूह से कहा, ‘‘आप मुझे बताएं कि क्या आप यह सीधा रुपैया संस्कृति चाहते हैं? क्या आप सीधा रुपैया कारनामे चाहते हैं? क्या आम आदमी को इस सीधा रुपैया से ही न्याय मिलेगा? इस सीधा रुपैया सरकार को जाना होगा.’’ भ्रष्टाचार पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री और कांग्रेस पर प्रधानमंत्री के तीखे हमले के बाद सुरजेवाला ने राज्य की राजधानी बेंगलुरू में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पीएनबी घोटाला बड़ा होता जा रहा है लेकिन प्रधानमंत्री मौन हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘बैंक फर्जीवाड़ा बड़ा क्यों होता जा रहा है? 14 फरवरी 2018 को जब पीएनबी ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया था तो उसने 177.17 करोड़ डॉलर के फर्जीवाड़े की बात कही थी.’’ उन्होंने कहा कि पीएनबी ने कल शाम दूसरी सूचना में कहा कि उसके साथ हुए फर्जीवाड़े में 20.43 करोड़ डॉलर की राशि और बढ़ गई हैकांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कौन जिम्मेदार है? जनता के पैसे की लूट के लिए कौन जिम्मेदार है? हम प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर आग्रह करते हैं..सम्माननीय प्रधानमंत्री आप मौन मोदी से बोल मोदी कब बनेंगे.’’ सुरजेवाला ने उल्लेख किया कि मोदी अपनी हालिया कर्नाटक यात्राओं के दौरान अन्य चीजों के साथ ही भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी बोले थे. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के 46 महीने बाद ‘‘यदि भारत में किसी व्यक्ति को भ्रष्टाचार पर जवाब देना है तो यह मोदी और उनकी पार्टी बीजेपी है.’’
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘हम देश के लोगों की तरफ से प्रधानमंत्री से मौन व्रत तोड़ने, अपनी चुप्पी तोड़ने और देश के लोगों के सवालों के जवाब देने की बात कहना चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा कि मोदी की चुप्पी से भ्रष्टाचार पर उनके रुख का खुद ही ‘‘खुलासा’’ हो गया है. सुरजेवाला ने रोटोमैक मामले का भी उल्लेख किया.