उत्तर प्रदेश के स्टाम्प और नागरिक उड्डयन मंत्री नंद कुमार नंदी का विवादित बयान सामने आया है. फूलपुर की चुनावी रैली में नंद गोपाल गुप्ता ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में मायावती को शूर्पणखा और मुलायम सिंह यादव को रावण बताया है. मंत्रीजी यहीं नहीं रूके, उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री को मारीच कह डाला. मामला सामने आने के बाद विपक्ष मंत्री के इस विवादित बयान पर हमलावर को हो गया है. बीएसपी के प्रवक्त उमेद सिंह ने तो साफ कह दिया कि मंत्री को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए.
योगी सरकार के मंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘आपका नाम मुलायम होगा और आप राज्य के मुख्यमंत्री होंगे. तभी कुंभकरण बोले …हे प्रभु! मेरा क्या नाम होगा? तब प्रभु राम ने कहा, आपको लोग शिवपाल के नाम से जानेंगे और आप हमेशा राज्यमंत्री ही रह जाएंगे.’
इसके बाद उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती पर निशाना साधा और बोले, ‘ये सब सुनकर जब राम वापस जाने लगे तो शूर्पनखा उनके पास आई और बोली, प्रभु हमारा क्या होगा? आपने मेरे संपूर्ण परिवार का नाश कर दिया. अब मेरा क्या होगा? भगवान राम बोले तुम कलियुग में मेरी अयोध्या पर राज करोगी. उस समय तुम्हारा नाम मायावती होगा लेकिन विवाह तुम्हारा उस समय भी नहीं होगा.’
इस मामले में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि ये इनके असली संस्कार है. इन्होंने ये बयान देकर दलितों और पिछड़ों का अपमान किया है. वहीं यूपी बीजेपी के प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने मंत्री का बचाव करते हुए कहा कि नंदी सिर्फ मंच से उत्तर प्रदेश की 15 साल की राजनीतिक तस्वीर सामने रख रहे थे. उस बयान को लेकर विपक्ष जबरदस्ती का तूल दे रहा हैं.
कौन है नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’
नंद गोपाल नंदी 2007 में बीएसपी से चुनकर विधानसभा में पहुंचे थे. नंदी मायावती सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं. जनवरी 2017 में वह बीजेपी में शामिल हो गए. इलाहाबाद दक्षिण सीट से विधायक नंदकुमार नंदी योगी सरकार में स्टाम्प और नागरिक उड्डयन मंत्री हैं.