बाराबंकी! शहर के सट्टी बाजार स्थित ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के कार्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाज के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद वसीम राईन ने कहा कि लॉकडाउन के समय जब दर्द की मारी जनता रोती बिलखती मदद की तलबगार थी तब उसके आंसू पोछने के बजाए उस पर अत्याचार की झड़ी लगा दी गयी है, बहुत से ऐसे मामले भी सामने आए जिनमें निर्दोषों को संगीत धाराओं में पुलिस जेल भेजने में लगी है मसौली पुलिस
वसीम राईन ने एन0डी0पी0एस0 एक्ट के तहत निरूद्ध किये गये लोगों की एक विशेष जांच कमेटी बनाकर साक्ष्य व सबूत लेकर सभी वाद समाप्त किये जाये तथा दोषी पुलिस कर्मचारियों पर वाद दर्ज कर मार्फीन कहां से लाकर दिखाया है की भी जांच की जाए उन्होंने कहा कि राज्य में इस तरह की कार्यवाहियां लोकतंत्र को शर्मिन्दा करती हैं।
वसीम राईन ने बताया कि बांसा निवासी नसरूद्दीन उनके संगठन के जिलाध्यक्ष है नसरूद्दीन उनकी उभरती छवि को धूमिल करने के लिए एक सवर्ण अल्पसंख्यक नेता ने स्थानीय पुलिस से मिलकर नसरूद्दीन की गिरफ्तारी करायी थी।
कप्तान साहब की इमानदारी पर भृष्ट मसौली पुलिस दाग लगा रही हैं हमारे संगठन की प्रदेश सरकार से मांग की है कि अविलम्ब घटना की जांच कराकर दोषी पुलिस कर्मियो के खिलाफ कार्यवाही की जाए नही मजबूरन 28 जून को सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए एक दिवसीय धरना दिया जायेगा।