
तहलका टुडे टीम
दिल्ली-केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी भाजपा के ऐसे कर्मठ कार्यकर्ता है जो कांग्रेस की हमेशा नींद हराम किये रहते है और उनके मंसूबो पर पानी फेरते रहते है,जम्मू कश्मीर के बाद पंजाब में बड़ा दाव खेलकर सबको हैरान कर दिया है उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता इकबाल सिंह लालपुरा को राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का चेयरमैन की नियुक्ति कर दी, पूर्व आइपीएस अफसर लालपुरा पिछले लंबे समय से पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं और प्रदेश में भी विभिन्न पदों पर सक्रिय रहे हैं। माना जा रहा है कि पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर भाजपा ने पार्टी से नाराज जट समुदाय को खुश करने का कोशिश है।
विजय सांपला के बाद इकबाल सिंह लालपुरा दूसरे ऐसे नेता हैं जिन्हें सरकार में बड़ा स्थान मिला है। इससे पहले विजय सांपला को पार्टी ने राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग का चेयरमैन बनाया था। पार्टी के ये दोनों कदम फरवरी महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किए गए हैं। इकबाल सिंह लालपुरा नान जट सिख परिवार से आते हैं।
तीन कृषि कानूनों को लेकर जट समुदाय भाजपा से खासा नाराज है और पिछले दस महीनों से भाजपा के नेताओं को कहीं भी कार्यक्रम नहीं करने दे रहा है। यहां तक कि उनके घरों पर भी धरने दिए गए। इसलिए पार्टी ने जट समुदाय के अलावा अन्य वर्गों पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। मोहाली से लेकर होशियारपुर तक की कंडी बेल्ट जहां सैणी समुदाय काफी प्रभावी है से इकबाल सिंह लालपुरा का चयन करके पार्टी ने इस वोट बैंक को पार्टी में लाने की रणनीति शुरू की है।
लालपुरा पिछले लंबे समय से श्री आनंदपुर साहिब और रोपड़ सीटों पर सक्रियता दिखा रहे थे। वह खुद रोपड़ सीट से लड़ना चाहते थे और उनका बेटा दमनबीर सिंह श्री आनंदपुर साहिब के हलके में सक्रियता दिखा रहा है। लालपुरा के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग का चेयरमैन बनने से पार्टी को पिछड़ी जातियों के वोटों का फायदा मिल सकता है।
काबिले गौर है कि पिछले दिनों पार्टी के संगठन महासचिव दिनेश कुमार ने जागरण को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि पंजाब में अनुसूचित जातियां और पिछड़े वर्ग ज्यादा हैं लेकिन सभी पार्टियां जट समुदाय से ही मुख्यमंत्री का चेहरा तलाशती हैं। भाजपा पिछड़े वर्ग और अनुसूचित जाति समुदाय से किसी बड़े चेहरे को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाएगी।