तहलका टुडे टीम
लखनऊ, 4 नवंबर — उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड की एक महत्वपूर्ण बैठक, बोर्ड अध्यक्ष अली ज़ैदी की अध्यक्षता में इंदिरा भवन, हज़रतगंज स्थित बोर्ड कार्यालय में संपन्न हुई। इस बैठक में सभी सदस्यों ने भाग लिया, हालांकि बोर्ड की सदस्या एवं पूर्व सांसद बेगम नूर बानो, रामपुर का स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण उपस्थित नहीं हो सकीं।
बैठक के एजेंडे में कई महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल थे, जिनमें विभिन्न जनपदों में वक़्फ़ की प्रबंध समिति और मुतवल्लियों की नियुक्ति के मामलों पर विचार-विमर्श किया गया। इनमें बिजनौर की दरगाह ए आलिया नजफ़ ए हिन्द, जोगीपुरा को सीधे बोर्ड के नियंत्रण में लेने का निर्णय प्रमुख था। इसके अलावा, लखनऊ स्थित वक़्फ दरगाह हज़रत अब्बास (अ) में मीसम रिज़वी की कमेटी का कार्यकाल बढ़ाने, दरिया वाली मस्जिद के मुतवल्ली ज़ुहेर मेहदी का कार्यकाल विस्तारित करने और मौलाना कलबे जवाद साहब को करबला अब्बास बाघ, हरदोई रोड में पुनः प्रशासक नियुक्त करने का भी निर्णय लिया गया।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति
बोर्ड अध्यक्ष अली ज़ैदी ने भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस नीति का पालन करते हुए सख्त कार्रवाई के संकेत दिए। अयोध्या (फ़ैज़ाबाद) स्थित मस्जिद खजूर की प्रबंध कमेटी पर भ्रष्टाचार की गंभीर शिकायतों के कारण, बोर्ड ने जांच के बाद दफ़ा 64 के तहत नोटिस जारी किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि बोर्ड उन मुतवल्लियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएगा जो आय-व्यय का पूरा ब्यौरा देने में विफल रहे हैं या आमदनी छुपाने का प्रयास कर रहे हैं।
इसके अलावा, बोर्ड ने प्रदेशभर में औक़ाफ़ से संबंधित भ्रष्टाचार की शिकायतों को सुनने के लिए एक विशेष समिति गठित करने का भी निर्णय लिया। इस समिति का कार्यकाल और सत्र की विशेष समय-सारणी भी घोषित की जाएगी, ताकि जनता के भ्रष्टाचार संबंधी मामलों की सुनवाई सुनिश्चित की जा सके।
वक़्फ अधिनियम संशोधन 2024 पर चर्चा और जेपीसी स्टडी विजिट की तैयारी
बैठक में वक़्फ अधिनियम संशोधन 2024 पर विशेष चर्चा की गई। बोर्ड ने यह निर्णय लिया कि आगामी 14 नवंबर को लखनऊ में होने वाली जेपीसी की स्टडी विज़िट के दौरान, बोर्ड इस संशोधन पर अपने सुझाव एवं पक्ष रखेगा। यह स्टडी विज़िट वक़्फ संपत्तियों के प्रबंधन एवं उससे जुड़े कानूनी सुधारों के संबंध में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है, और बोर्ड इस अवसर का उपयोग अपनी चिंताओं और सुझावों को प्रस्तुत करने में करेगा।
बैठक में भाग लेने वाले प्रमुख सदस्य
- मौलाना रज़ा हुसैन साहब
- एडवोकेट शबाहत हुसैन साहब
- एडवोकेट ज़रयाब जमाल रिज़वी साहब
- अली ज़ैदी (अध्यक्ष)
- डॉ नूरूस फ़ातिमा साहिबा
इस बैठक के निर्णय वक़्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन एवं पारदर्शिता को सुनिश्चित करने के लिए एक मील का पत्थर साबित होंगे। वक़्फ बोर्ड ने न केवल भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाए हैं, बल्कि वक़्फ संपत्तियों की सुरक्षा एवं सही प्रबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराया है।