यूपी में योगी सरकार से कभी साधू संत खफा हो जाते है तो कभी उलेमा,
तो अब योगी सरकार की हर मामले में तारीफ करने वाले मुस्लिम शिया धर्म गुरु और आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सदस्य मौलाना कल्बे जव्वाद भी नाराज़ हो गए है।
ये नाराज़गी शिया वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी को न हटाने को लेकर हुई है।
नाराज़ कल्बे जव्वाद ने बाराबंकी में योगी सरकार के इस रवय्ये पर जन आंदोलन की बात कही है।
होगा आंदोलन चाहे जेल जाना पड़े…
उन्होने कहा कि सरकार वक़्फ़ खोरो के दबाव में वसीम रिज़वी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा। फिर जो भी रिजल्ट हो। चाहे जेल ही क्यों न जाना पड़े।
उन्होने कहा 8 रबिअव्वल(17 नवम्बर) के बाद उलेमाओं का जलसा बुलाया जायेगा।
आरएसएस और महंतो से दिखे नाराज़..
मौलाना जव्वाद वसीम के साथ-साथ आरएसएस और अयोध्या के महंतो से भी नाराज़ दिखे उन्होने कहा कि वसीम रिज़वी के बारे में हमसे मत पूछिये क्योंकि हम उसको शियों से निकाल चुके है। अयोध्या के महंतो से पूछिये कि क्या कर रहे है। वह महंतो के अंडर में आ चूका है।
अयोध्या के महंत जो किसी मुस्लमान की बात कभी नहीं मानते वह वक़्फ़ खोर वसीम रिज़वी के हर झूठ पर ईमान ला रहे है।
आरएसएस और वसीम दोनों एक दूसरे का कर रहे है इस्तेमाल…
मौलाना ने आगे कहा कि वसीम उलटे सीधे बयान दे रहा है और आरएसएस को इस्तेमाल कर रहा है और आरएसएस उसे इस्तेमाल कर रही है। दोनों एक दूसरे को इस्तेमाल कर रहे है।
“मौलाना ने कहा कि इतने बड़े बेईमान,फ्रॉड,करप्ट के खिलाफ सरकार, किसके दबाव में कोई इन्क्वायरी नहीं कर रही है।
ये अगर ऐसे ही चलता रहा तो मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा।
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर रजामंदी….
मौलाना जव्वाद ने अयोध्या मामले में पर बोलते हुए कहा कि बीजेपी के छोटे लीडर भड़काऊ भाषण देते है। लेकिन हम लोग बीजेपी के बड़े लीडरो के बयानों की एहमियत देते है।
मंदिर-मस्जिद मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आये उसे हिन्दू और मुसलमान दोनों को मानना चाहिए।
मौलाना कल्बे जवाद आज बाराबंकी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आये थे।
उन्होने सेव वक़्फ़ इंडिया के वाइस प्रेसीडेंट रिज़वान मुस्तफ़ा को दुआओ से नवाजते हुए आशीर्वाद दिया और आन्दोलन की तय्यारी की गुपचुप वार्ता भी की