रिज़वान मुस्तफ़ा
नई दिल्ली- तहलका टुडे की खबर पर आज पीएम मोदी की मन की बात में कश्मीरी केसर का दिखा असर ,आज मन की बात को संबोधित करते हुए कश्मीरी केसर का जिक्र किया। उन्होंने अबुल फजल का किस्सा याद कर कश्मीरी केसर की तारीफ की।
पीएम मोदी ने कहा कि अकबर के दरबार के एक प्रमुख सदस्य अबुल फजल थे। उन्होंने एक बार कश्मीर की यात्रा के बाद कहा था कि कश्मीर में एक ऐसा नजारा है, जिसे देखकर चिड़चिड़े और गुस्सैल लोग भी खुशी से झूम उठेंगे। केसर, सदियों से कश्मीर से जुड़ा हुआ है। कश्मीरी केसर मुख्य रूप से पुलवामा, बडगाम, और किश्तवाड़ जैसे जगहों पर उगाया जाता है।
पीएम मोदी ने कहा कि इसी साल मई में कश्मीर केसर को जीआई टैग दिया गया। इसके जरिए, हम कश्मीर केसर को एक अंतरराष्ट्रीय ब्रांड बनाना चाहते हैं।
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कश्मीर को मिला कुदरत का ईसा से 500 साल पहले का तोहफा ‘लाल सोना’ केसर की फसल जलवायु परिवर्तन से हो गई बर्बाद,
पैदावार में भारी कमी,
*कमल खिलने से अब सरकार की मदद ला सकती है इंक़लाब,*
दवा,दुआ,ज़ायके में होता है इसका इस्तेमाल
रिपोर्ट-रिज़वान मुस्तफ़ा
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मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कश्मीरी केसर वैश्विक स्तर पर एक ऐसे मसाले के रूप में प्रसिद्ध है,
जिसके कई प्रकार के औषधीय गुण हैं। यह अत्यंत सुगन्धित होता है, इसका रंग गाढ़ा होता है और इसके धागे लंबे व मोटे होते हैं। जो इसकी औषधीय मूल्य को बढ़ाता है।
यह जम्मू-कश्मीर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है। क्वालिटी की बात करें तो कश्मीर का केसर बहुत यूनिक है और दूसरे देशों के केसर से बिलकुल अगल है। कश्मीर के केसर को i tag से एक अलग पहचान मिली है।
पीएम मोदी ने कहा कि आपको जानकर खुशी होगी कि कश्मीर केसर को जीआई टैग का सर्टिफिकेट मिलने के बाद दुबई के एक सुपर मार्केट में इसे लांन्च किया गया।
अब इसका निर्यात बढ़ने लगा है। यह आत्मनिर्भर भारत बनाने के हमारे प्रयासों को और मजबूती देगा। केसर के किसानों को इससे विशेष रुप से लाभ होगा।
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केसर के अन्य फायदे –
केसर में मौजूद मैंगनीज शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रत करने में मदद कर सकता है।
केसर हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद कुछ खनिज और कार्बनिक यौगिक कैल्शियम की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं।
-दर्द से राहत पाने के लिए भी केसर का उपयोग किया जाता है। केसर दांत में दर्द से भी छुटकारा दिलाता है।
यह खराब पेट और पेट फूलने के इलाज में भी इस्तेमाल किया जाता है। कब्ज और सूजन को ठीक करने के लिए केसर का उपयोग हो सकता है।
कीड़े के काटने पर केसर को त्वचा पर लगाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चार दिन बाद नया साल शुरू होने वाला है. अगले साल अगली मन की बात होगी. उन्होने कहा कि देश में नया सामर्थ्य पैदा हुआ है. इस नई सामर्थ्य का नाम आत्मनिर्भरता है. देश में बने खिलौनों की मांग बढ़ रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे कई देशवासियों के पत्र मिले हैं. अधिकतर पत्रों में लोगों ने देश के सामर्थ्य, देशवासियों की सामूहिक शक्ति की भरपूर प्रशंसा की है. जब जनता कर्फ्यू जैसा अभिनव प्रयोग, पूरे विश्व के लिए प्रेरणा बना, जब ताली-थाली बजाकर देश ने हमारे कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया था, एकजुटता दिखाई थी उसे भी कई लोगों ने याद किया है.
उन्होंने कहा कि देश के सम्मान में सामान्य मानवी ने इस बदलाव को हमसूस किया है. मैंने देश में आशा का एक अद्भुत प्रवाह भी देखा है. चुनौतियां खूब आई, संकट भी अनेक आए. कोरोना के कारण दुनिया में सप्लाई चेन को लेकर अनेक बाधाएं भी आई, लेकिन हमने हर संकट से नए सबक लिए.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जीरो इफेक्ट, जीरो डिफेक्ट की सोच के साथ काम करने का ये उचित समय है. मैं देश के मैन्युफैक्चरर्स और इंजस्ट्री से आग्रह करता हू. देश के लोगों ने मजबूत कदम उठाया है, मजबूत कदम आगे बढ़ाया है, वोकल फॉर लोकल.. ये आज घर-घर में गूंज रहा है. ऐसे में, अब यह सुनिश्चित करने का समय है, कि, हमारे उत्पाद विश्वस्तरीय हों. साथियों हमें वोकल फॉर लोकल की भावना को बनाये रखना है, बचाए रखना है, और बढ़ाते ही रहना है. आप हर साल न्यू ईयर रेजोल्यूशन लेते हैं, इस बार एक रेजोल्यूशन अपने देश के लिए भी जरुर लेना है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज के ही दिन गुरु गोविंद जी के पुत्रों, साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था. अत्याचारी चाहते थे कि साहिबजादे अपनी आस्था छोड़ दें, महान गुरु परंपरा की सीख छोड़ दें. लेकिन, हमारे साहिबजादों ने इतनी कम उम्र में भी गजब का साहस दिखाया, इच्छाशक्ति दिखाई. दीवार में चुने जाते समय, पत्थर लगते रहे, दीवार ऊंची होती रही, मौत सामने मंडरा रही थी, लेकिन, फिर भी वो टस-से-मस नहीं हुए.
पीएम ने कहा कि हमारे देश में आतताइयों से, अत्याचारियों से, देश की हजारों साल पुरानी संस्कृति, सभ्यता, हमारे रीति-रिवाज को बचाने के लिए, कितने बड़े बलिदान दिए गए हैं, आज उन्हें याद करने का भी दिन है.
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ सालों में देश के अंदर शेरों की संख्या बढ़ी है. तेंदुओं की संख्या भी 60 फीसदी बढ़ी है. 2014 से 2018 के बीच भारत में तेंदुओं की संख्या 60 फीसदी बढ़ी. 2014 में, देश में तेदुओं की संख्या लगभग 7,900 थी, वहीं 2019 में इनकी संख्या बढ़कर 12,852 हो गयी. भारतीय वनक्षेत्र में भी बढ़ावा हुआ है.
देश के अधिकतर राज्यों में, विशेषकर मध्य भारत में, तेंदुओं की संख्या बढ़ी है. तेंदुए की सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में, मध्यप्रदेश, कर्नाटका और महाराष्ट्र सबसे ऊपर हैं. यह एक बड़ी उपलब्धि है.
पीएम ने कहा कि गीता हमें हमारे जीवन के हर सन्दर्भ में प्रेरणा देती है. गीता की विशिष्टता ये भीहै कि ये जानने की जिज्ञासा से शुरू होती है जब तक जिज्ञासा है, तब तक जीवन है. गीता की ही तरह, हमारी संस्कृति में जितना भी ज्ञान है, सब, जिज्ञासा से ही शुरू होता है. वेदांत का तो पहला मंत्र ही है – ‘अथातो ब्रह्म जिज्ञासा’ अर्थात, आओ हम ब्रह्म की जिज्ञासा करें. गीता, हमें, हमारे जीवन के हर सन्दर्भ में प्रेरणा देती है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है, गीता इतनी अद्भुत ग्रन्थ क्यों है ? वो इसलिए क्योंकि ये स्वयं भगवान श्रीकृष्ण की ही वाणी है. लेकिन गीता की विशिष्टता ये भी है कि ये जानने की जिज्ञासा से शुरू होती है. प्रश्न से शुरू होती है.