मेराज मुस्तफ़ा
राज घाट -दिल्ली-कश्मीर में 8 साल की मामूम बच्ची के साथ गैंगरेप और हैवानियत की घटना के बाद उसे न्याय दिलाने के लिए देशभर से आवाजें उठ रही हैं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी जम्मू-कश्मीर के कठुआ गैंगरेप और उन्नाव केस के आरोपियों को सजा दिलाने की मांग को लेकर शुक्रवार से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया है।
शु्क्रवार को दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल 12 बजे से राजघाट पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठी हैं। उनके साथ सैकड़ों की संख्या में महिलाएं भी यहां पहुंची हैं।
स्वाति फरवरी से रेप रोको अभियान चला रही हैं। वो केंद्र सरकार से बच्चों के मामले में एक सख्त कानून लाने की मांग कर रही हैं। जिसके तहत बच्चों के साथ रेप करने वालों की कार्रवाई फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में हो। बच्चों से दुष्कर्म के दोषी को उम्रकैद और दुष्कर्म और हत्या के दोषियों को फांसी दी जाए।
रेप के दोषियों को छह माह में फांसी की सजा का हो प्रावधान
स्वाति मालीवाल की मांग है कि रेप के आरोपियों को छह महीने के भीतर फांसी की सजा का प्रावधान किया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों के साथ रेप और केंद्र की खामोशी को अधिक सहन नहीं किया जा सकता। उन्नाव और कठुआ की दुष्कर्म पीड़ितों के साथ इंसाफ किया जाना चाहिए और रेप का मामला दर्ज होने के छह महीने के भीतर अपराधियों को मौत की सजा का प्रावधान किया जाना चाहिए।
इस सिलसिले में उन्होंने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा है। इससे पहले भी वो कई पत्र उन्हें भेज चुकी है। स्वाति ने राजघाट में बापू की समाधि में नमन करने के बाद कहा कि अगर अच्छे बदलाव के लिए सत्याग्रह किया जाए तो बदलाव जरूर होता है। अब मैं मांगें नहीं माने जाने तक यहां से नहीं हटूंगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने भी आज स्वाति मालीवाल की भूख हड़ताल का समर्थन किया है। यशवंत सिन्हा ने कहा कि स्वाति मालीवाल ने जो काम किया है उससे संदेश जाएगा। देश में गलत हो रहा है। मैं स्वाति का सहयोग करता हूं। पूरी दुनिया में जो बदनामी होती है, उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। हमारा देश रेप मुख्यालय नाम आए जाना जा रहा है।
सिन्हा ने कहा कि कठुआ कांड की घटना को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है। इसमें भाजपा और कांग्रेस दोनों के लोग शामिल हैं। हमारे प्रधानमंत्री खामोश हैं। अबतक इस पर प्रधानमंत्री का कोई बयान नहीं आया है और ना ही उन्होंने कोई संवेदना व्यक्त की है। वहीं, यशवंत सिन्हा ने कहा कि उन्नाव गैंगरेप केस में भाजपा विधायक आरोपी है और चौतरफा दबाव के चलते ही उसे गिरफ्तार करने पड़ा है।
स्वाति मालीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र
आदरणीय प्रधानमंत्री जी,
सादर प्रणाम।
जैसा कि आप जानते हैं देश में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ़ यौन अपराध चरम सीमा पे है। दिल्ली में एक 8 महीने की बच्ची के साथ बर्बरता से बलात्कार किया गया – उस मासूम की चीखें अभी भी हमारे ज़हन में गूंजती हैं। कठुआ, जम्मू में तो हैवानियत की सब हदें पार कर दी गयीं। एक 8 साल की बच्ची के साथ 8 दिन तक सामूहिक बलात्कार किया गया और फिर उसके टुकड़े जंगल में फेंक दिए गए। लड़की का कत्ल करते हुए भी उसके साथ उन जानवरों ने बार बार बलात्कार किया। सबसे ज्यादा शर्म की बात यह है कि आरोपी को बचाने के लिए स्थानीय नेता एवं बार एसोसिएशन ने धरने प्रदर्शन किये| उन्नाव में एक नाबालिग के पिताजी का पुलिस और नेताओं ने मिलके कस्टडी में सिर्फ इसलिए बेरहमी से कत्ल किया क्योंकि उन्होंने स्थानीय बाहुबली विधायक द्वारा अपनी बेटी के रेप के खिलाफ आवाज उठाई| आज भी वह आरोपी विधायक मज़े से खुला घूम रहा है। देश भर से ऐसी दिल दहलाने वाली खबरें लगातार आ रही हैं|
उस 8 महीने की बच्ची या उस 8 साल की बच्ची के दर्द की कल्पना भी करती हूँ तो रूह कांप जाती है। दिल्ली महिला आयोग पिछले 2.5 साल से आपसे गुहार लगा रहा है कि देश में एक ऐसा सिस्टम बनाएं जिसमें जो भी छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार करे, उसे 6 महीने में फांसी की सज़ा दी जाए। इस मांग के लिए देश भर से5.5 लाख पत्र इक्कट्ठा करके भी हमने आपको भिजवाये थे। पर मैं बहुत दुख महसूस करती हूँ कि हमारे देश के प्रधान सेवक इस सम्वेदनशील मुद्दे पे कार्य करना तो दूर बोलना भी उचित नही समझते। क्या इन बेटियों का दर्द सच में आप महसूस नही कर पा रहे? क्या ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ सही में आपके लिए कोई मायने नहीं रखता?
दिल्ली देश की राजधानी पूरे विश्व में रेप कैपिटल के नाम से बदनाम है। क्या इस बात की आपको ज़रा भी चिंता नही है? 6 महीने के अंदर महिलाओं और बच्चों के यौन शोषण के केस में सख्त सजा हो – इसके लिए आपको पुलिस के संसाधन और जवाबदेही कई गुना बढाने पड़ेगे। 10 साल से दिल्ली पुलिस केंद्र के कदमो में गिर के 66,000 पुलिस कर्मी की मांग कर रही है। पर किसी के कान पे जूं नही रेंग रही! हर पुलिस स्टेशन आधे स्टाफ पे काम कर रहा है जिसका सीधा खामियाज़ा जनता भुगत रही है। गली नुक्कड़ पे मनचले खड़े रहते हैं, महिलाओं और बच्चियों को छेड़ने के लिए| दिल्ली पुलिस आज सिर्फ VIP की ड्यूटी कर पा रही है, जनता की ड्यूटी करने में असमर्थ है। यही हाल पूरे देश की पुलिस का है।
साथ ही पुलिस की जवाबदेही तो वारे न्यारे है। आज देश की राजधानी क्राइम का अड्डा बन गयी है। मानव तस्करी और अवैध शराब और ड्रग्स के धंधे चलाने वाले लोग पुलिस की मिलीभगत से फल फूल रहे है। 10 साल से देश भर की पुलिस की कार्यशाली को सदृढ़ करने के लिए जो सॉफ्टवेयर केंद्र द्वारा तैयार किया जा रहा है – वो तक आज तक नही बना। पुलिस रिफार्म के नाम पे भी कुछ भी नही हुआ है।
फॉरेंसिक लैब और फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट की भारी कमी के कारण बच्चियों और महिलाओं का रेप सिस्टम द्वारा ही बार बार होता रहता है। न्याय की आस में आज भी देश में लाखों निर्भयायें टकटकी लगा के बैठी हैं। देश की बहादुर बेटी निर्भया के नाम पे जो निर्भया फण्ड बना था आज वो भी उपयोग नही हो पा रहा है। निर्भया के कातिल भी अभी तक जिंदा हैं। क्या इस फण्ड से ऐसा सिस्टम नही बनना चाहिए कि बलात्कारियों को कड़ी सज़ा दिलाई जा सके?
जबसे हमने ‘रेप रोको’ मुहीम छेड़ी है, तब से कुछ राज्यों ने अपनी विधान सभा में ऐसे कानून पारित किए हैं जिनमे छोटे बच्चों के बलात्कारियों को फांसी की सज़ा देने का प्रावधान है। मैं इन्हें अच्छे कदम मानती हूँ पर जब तक पुलिस के संसाधन, जवाबदेही एवं फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट्स नही बढाये जाएंगे ये कानून सिर्फ कागज़ के टुकड़े बन के रह जाएंगे।
आप हम सबके प्रधानमंत्री हैं। आप के लिए ऐसा माना जाता है कि आप अपना काम निष्ठा से करते हैं। फिर महिलाओं और बच्चों का हित आप कैसे अनदेखा कर सकते हैं? क्या आपको उनकी खून में लथ पथ चीखें नही सुनाई देती? क्या सिस्टम की चकाचौंध में आपको देश के लोगों की मन की बात बिल्कुल नही सुनाई दे रही?
आज आप देश के लोकतंत्र को सदृढ़ करने के लिए 1दिन का अनशन कर रहे हैं । पर देश का लोकतंत्र कैसे सुद्रढ़ होगा अगर महिलाएं और बच्चियां लुटती रहेंगी? मैं आपसे अपील करती हूँ कि आप अपने अनशन के दौरान उस 8 महीने की दिल्ली की बच्ची, 8 साल की कठुआ की लड़की और उन्नाव की बलात्कार पीड़िता और उनके स्वर्गवासी पिता के बारे में ज़रूर सोचें| आपसे अपील है कि आज ही यह सुनिश्चित करें कि उत्तर प्रदेश के आरोपी विधायक (जिसको इस वक़्त पूरी उत्तर प्रदेश सरकार बचा रही है), उसकी गिरफ्तारी हो एवं पीड़ित लड़की और उसके परिवार की सुरक्षा तय हो| साथ ही कठुआ की 8 साल की मृत रेप पीडिता के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों को सख्त सज़ा दिलाई जाए| आप से गुजारिश है कि आप देश की महिलाओं के हित में निर्णायक कदम उठाएं।
मुझसे बलात्कार पीड़िताओं का सिस्टम द्वारा बलात्कार नही देखा जाता। पूरा देश मानता है कि दिल्ली महिला आयोग ने कुछ ही समय में अद्भुत काम किया है। हमने दिन रात मेहनत करके सैंकड़ों महिलाओं और बच्चों की मदद की है। पर जब तक व्यवस्था परिवर्तन नही होगा – जब तक बलात्कारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही नहीं होगी, तब तक कैसे बदलाव होगा? रोज़ कठुआ, उन्नाव और निर्भया कांड होंगे और हम सब मूर्क दर्शक बनके देखेंगे। मैं ऐसा नही कर सकती। आपके अनशन से प्रेरणा लेके मैने दृढ़ संकल्प लिया है कि कल से मैं अनिश्चितकालीन अनशन पे बैठूंगी। जब तक आप देश की बेटी बचाने के सही उपाय देश के सामने नही रखेंगे मैं पूर्ण अनशन पे रहूंगी।
आपसे गुज़ारिश है कि देश के 5.5 लाख लोगों के पत्र जो हमने आप तक पहुँचाये उन्हें पढें और ऐसा सिस्टम बनाएं जिससे छोटे बच्चों के बलात्कारियों को हर हाल में6 महीने में फांसी हो एवं महिलाओं के खिलाफ यौन शोषण के मामलों में 6 महीने में सुनवाई खत्म होके दोषी को सख्त सजा मिले। साथ ही उन्नाव की बेटी और कठुआ की बेटी को इन्साफ दिलाएं|
कहते हैं सच्चे मन से अत्याचार के खिलाफ किये हुए अनशन में बहुत शक्ति होती है। गांधी जी और भगत सिंह के अनशन के द्वारा हमारा देश आजाद हुआ है। मैं आशा करूँगी की आप अपनी बेटी की तपस्या जायर नही होने देंगे।
आपकी बेटी,
(स्वाति मालीवाल)
सेवा में
श्री नरेंद्र मोदी जी
प्रधानमंत्री भारत सरकार