
तहलका टुडे इंटर नेशनल डेस्क/रिज़वान मुस्तफ़ा
नई दिल्ली -ईरान के विदेश मंत्री ने कहा है कि तेहरान, नागरिकों के स्वास्थ्य और राजनीतिक चिंताओं के कारण अमरीकी वैक्सीन का इस्तेमाल नहीं करेगा, बल्कि उसके बजाए अपने सहयोगी देशों भारत और घरेलू वैक्सीन का का इस्तेमाल करेगा।
रश्या टुडे को इंटरव्यू देते हुए ईरानी विदेश मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि कोविड-19 की रूसी वैक्सीन देश में इस्तेमाल भी की जाएगी और उसे यहां तैयार भी किया जाएगा।
मॉस्को की अपनी यात्रा के दौरान, ज़रीफ़ ने कहाः हम चीन से वैक्सीन लेंगे और हम भारत से वैक्सीन लेंगे। हम इन सभी के संपर्क में हैं।
ईरानी विदेश मंत्री का यह इंटरव्यू गुरुवार को प्रकाशित किया जाएगा।
ईरान अपनी वैक्सीन भी तैयार कर रहा है और इंसानों पर उसके टेस्ट का पहला चरण जारी है। जून के महीने तक ईरानी वैक्सीन के तैयार होने की संभावना है।
तेहरान ने अमरीकी वैक्सीन फ़ाइज़र और मॉडर्ना को रद्द कर दिया है, जिसे यूरोप और अमरीका के सहयोगी प्राथमिकता दे रहे हैं।
ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने हाल ही में अमरीकी और ब्रिटिश वैक्सीन को ग़ैर भरोसेमंद बताते हुए प्रतिबंधित कर दिया था।
ज़रीफ़ ने याद दिलाया कि इससे पहले पश्चिमी देशों ने स्वास्थ्य सहयोग के बहाने ईरान का भरोसा तोड़ा है। उन्होंने कहा कि एक यूरोपीय देश कि जिसका मैं नाम नहीं लेना चाहता हूं, उसने ईरान को संक्रमित ख़ून की आपूर्ति की थी।
ईरानी विदेश मंत्री का इशारा फ़्रांस की ओर था, जिसने 1980 और 1990 के दशक में एचआईवी संक्रमित ख़ून की ईरान को आपूर्ति की थी। जिससे कम से कम 300 ईरानी नागरिक संक्रमित हो गए थे।