
दिल्ली:::भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफतांबे शरीयत मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने और ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद ख़तीबज़ादे ने शुक्रवार को पेशावर की एक मस्जिद में नमाज़ के दौरान किये जाने वाले आतंकी हमले की निंदा किया है।
सईद खतीबजादे ने कहा कि यह काम, मुसलमानों के बीच मतभेद पैदा करने के उद्देश्य से किया गया है। ईरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों से सहानुभूति जताते हुए घायलों के जल्द ठीक हो जाने की कामना की है।
सईद ख़तीबज़ादे ने सख्ती से कहा की पाकिस्तान के सुरक्षा अधिकारी प्रभावशाली क़दम उठाये और आतंकवादियों की गतिविधियों को रोकने के लिए जमकर संघर्ष करें,
ज्ञात रहे कि शुक्रवार 4 मार्च को पाकिस्तान के ख़ैबर पख्तूनखा प्रांत के केन्द्रीय नगर पेशावर के क़िस्सेख़ानी बाज़ार के कूचे रेसालदार की जामा मस्जिद में जुमे की नमाज़ के दौरान एक आत्मघाती हमला किया गया।
शिया मुसलमानों की जामा मस्जिद में किये गए इस हमले में कम से कम 45 नमाज़ी शहीद हो गए जबकि 65 अन्य घायल हुए। घायलों में से कई की स्थिति बहुत ही खराब है।
भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफतांबे शरीयत मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने कहा कि पाकिस्तान में शिया असुरक्षित हैं। पाकिस्तान सरकार अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है, यही वजह है कि शिया समुदाय तकफ़ीरी आतंकवादी संगठनो के निशाने हैं।
मौलाना ने कहा कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में शियों का जारी नरसंहार बेहद चिंता का विषय है। इमामबाड़ों, जुलूसों और मस्जिदों को निशाना बनाया जा रहा है, जो साबित करता है कि शियो के नरसंहार की सुनियोजित साज़िश की जा रही हैं। पाकिस्तान सरकार आतंकवाद पर लगाम लगाने में विफल रही है, इसलिए क़ातिलों के हौसलें बढ़े हुए हैं।
सच तो यह है कि पाकिस्तान तकफ़ीरियत के रास्तें पर चल रहा है जो मानवता के लिए बेहद खतरनाक है। मौलाना ने पाकिस्तान सरकार से इस आतंकवादी हमले में शामिल तकफ़ीरी आतंकवादी तत्वों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करने की मांग की और कहा कि पाकिस्तान की सरकार अल्पसंख्यकों विशेषकर शियों को सुरक्षा प्रदान करे। इस तरह के आतंकी हमले सरकार की नाकामी का सबूत हैं। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन भी इन हमलों पर चुप रहते हैं, जबकि वह ग़ैर-मुस्लिमों पर हमलों का कड़ा विरोध करते हैं, इस दोहरे मापदंड ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया हैं।
मौलाना ने कहा कि हम इस आतंकवादी हमले में शहीद हुए नमज़ियों और पाकिस्तानी शियों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं और हमेशा उनके हक़ में दुआ गो हैं।