तहलका टुडे टीम/रिज़वान मुस्तफा
वॉशिंगटन-अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के साथ परमाणु समझौता टूटने के तीन महीने बाद बिना किसी शर्त के सिरंडर कर राष्ट्रपति हसन रुहानी से मिलने की इच्छा जताई हैं उस्ने कहा, ”मैं बैठक करने में विश्वास करता हूं। किसी के भी साथ इसके लिए तैयार हूं। खासकर उन मामलों में जहां युद्ध का खतरा बना हुआ है।” ट्रम्प ने परमाणु करार को बकवास करार दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति सोमवार को व्हाइट हाउस में इटली के प्रधानमंत्री के साथ एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उनसे ईरान से बातचीत को लेकर सवाल पूछा गया।
22 जुलाई को दोनों देशों के राष्ट्रपति के बीच ट्विटर पर तल्खी सामने आई थी। रुहानी ने ट्वीट कर अमेरिकी राष्ट्रपति को चेतावनी दी थी कि अमेरिका ईरान के खिलाफ शत्रुतापूर्ण नीति न अपनाए, अन्यथा हमारे साथ महायुद्ध के लिए तैयार रहे। बाद में ट्रम्प ने चेतावनी देते हुए कहा था, ”अमेरिका को कभी धमकी न दें, नहीं तो आप ऐसे नतीजों का सामना करेंगे, जिससे अब तक इतिहास में कुछ ही पीड़ित हुए। अब अमेरिका ऐसा देश नहीं, जो हिंसा की सोच के सामने खड़ा रहेगा।”
इजरायल ने सबूत पेश किए तो अमेरिका ने समझौता तोड़ा : ईरान ने 2015 में चीन, फ्रांस, जर्मनी, रूस, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसमें ईरान ने आर्थिक प्रतिबंधों को उठाने के बदले अपने एटमी प्रोग्राम को रोकने का वादा किया था। लेकिन इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुफिया एजेंसी मोसाद से मिले दस्तावेज के आधार पर मई में मीडिया के सामने प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने कहा था- अब साबित हो चुका है कि ईरान ने परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर के बाद से ही अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की आंखों में धूल झोंकी। वह हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद अमेरिका ने ईरान के साथ समझौता तोड़ दिया था।