लखनऊ। सन् 1988 बैच के आईपीएस अफसर विजय कुमार को यूपी का कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है। इस समय वह डीजी सीबीसीआईडी और डीजी विजिलेंस की भी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इसके साथ ही वह कार्यवाहक डीजीपी का भी दायितव निभाएंगे। उनका कार्यकाल जनवरी, 2024 तक है।
यूपी पुलिस के कार्यवाहक डीजीपी डा.आरके विश्वकर्मा का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो गया है। राज्य सरकार ने इस बार भी डीजीपी के चयन का प्रस्ताव संघ लोकसेवा आयोग को नहीं भेजा था। इससे इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि यूपी को एक बार फिर कार्यवाहक डीजीपी के भी सहारे आगे बढ़ना होगा। यूपी पुलिस की कमान पिछले कुछ वर्षों से कार्यवाहक डीजीपी ही संभाल रहे हैं।
जनवरी 2024 तक है आईपीएस विजय कुमार का कार्यकाल
कार्यवाहक डीजीपी के रूप में 1988 बैच के ही आईपीएस अधिकारी विजय कुमार को सीएम योगी ने कार्यवाहक डीजीपी बनाने के आदेश दिए हैं। विजय कुमार का कार्यकाल जनवरी 2024 तक है।सरकार ने पहले ही मन बना लिया था
लगभग 24 करोड़ की आबादी वाले देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश को एक बार फिर कार्यवाहक पुलिस प्रमुख मिलना लगभग तय हो चुका था। आखिर, कयासों पर विराम लग गया और 1988 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी विजय कुमार उत्तर प्रदेश के नए कार्यवाह पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बन गए।
सूत्रों पहले ही बता रहे थे कि योगी सरकार ने एक और कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक बनाने का मन बना लिया है।
पहले से ही मिल रहे थे ये संकेत
नए डीजीपी के पूर्णकालिक न होने के संकेत पहले से ही मिल रहे थे। क्योंकि राज्य सरकार ने यूपीएससी को को डीजीपी के लिए न तो आईपीएस अधिकारियों के नामों का पैनल भेजा है और न ही वर्तमान में कार्यरत कार्यवाहक डीजीपी आरके विश्वकर्मा के कार्यकाल को बढ़ाये जाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा गया है। इस पद के लिए एक और आईपीएस अधिकारी आनंद कुमार भी प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन, अंततः बाजी विजय कुमार के हाथ ही लगी।
विजय कुमार 1988 बैच के यूपी कैडर के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं। उनकी गिनती पुलिस महकमे में एक तेज तर्रार और ईमानदार अधिकारी के रूप में रही है। अपने अब तक के सेवाकाल में उन्होंने कई चुनौतीपूर्ण केस हैंडल किए हैं। उनके पास विभिन्न जिलों के पुलिस कप्तान के साथ-साथ केंद्र में काम करने का भी अनुभव है। वर्तमान में वे सीबीसीआईडी के पुलिस महानिदेशक के पद पर तैनात हैं। उनके पास डीजी विजिलेंस का भी अतिरिक्त प्रभार है। दो अहम विभागों की जिम्मेदारी मिलना ये दर्शाता है कि योगी सरकार आईपीएस विजय कुमार पर कितना भरोसा करती है।