लखनऊ । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करोड़ों बैंक घोटाले के मामले में मंगलवार को कानपुर के बड़े चमड़ा कारोबारी इरशाद आलम तथा उनके भाई सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महताब आलम के ठिकानों पर छापे मारे। ईडी ने कई दस्तावेज कब्जे में लिए हैं, जिनकी गहनता से जांच की जा रही है। कब्जे में लिए गए दस्तावेजों में इरशाद आलम व उनके परिवार की संपत्ति से जुड़े प्रपत्र भी शामिल हैं। ईडी ने कई बैंक खातों का ब्योरा भी जुटाया है, जिनकी मदद से यह पता लगाने का प्रयास किया जाएगा कि बैंक से हड़पी गई रकम को कहां रखा गया था अथवा निवेश किया गया था।
उल्लेखनीय है कि कानपुर के चमड़ा व्यवसायी व ताजमहल फिल्म के प्रोड्यूसर इरशाद आलम व उनके भाई सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महताब आलम के खिलाफ ईडी ने 57 करोड़ की मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है। प्रवर्तन निदेशालय लखनऊ की टीम ने मंगलवार को इरशाद आलम के स्वरूपनगर स्थित फ्लैट, जाजमऊ स्थित हमीद लेदर फिनिशर्स फैक्ट्री व जाजमऊ स्थित मेहताब आलम के आवास पर छापे मारे। सीबीआइ ने वर्ष 2014 में इरशाद के खिलाफ चार मामले दर्ज किए थे।
सीबीआइ ने वर्ष 2014 में उनके स्वरूपनगर स्थित दो फ्लैट व जाजमऊ स्थित संपत्ति को सीज किया था। बताया गया कि इरशाद ने अपनी संपत्तियों की कीमत अधिक दर्शाते हुए इलाहाबाद बैंक, ओरियंटल बैंक ऑफ कामर्स, बैंक ऑफ बड़ौदा व बैंक ऑफ इंडिया से कुल 56 करोड़ रुपये का ऋण लिया था। इरशाद ने एक्सपोर्ट कारोबार के लिए बैंक से ली यह रकम मुंबई बेस्ड एक फिल्म प्रोड्क्शन कंपनी के खातों में ट्रांसफर करा दी थी। बताया गया कि इसी रकम से इरशाद ने अपनी पत्नी के लिए ताजमहल फिल्म का निर्माण कराया था, लेकिन फिल्म को बॉक्स आफिस पर सफलता नहीं मिली थी। बैंकों को करोड़ों रुपये की चपत लगाए जाने के इस मामले में ईडी अब अपना शिकंजा कस रही है।