नई दिल्ली ओलंपिक कांस्य विजेता पहलवान साक्षी मलिक आजकल पहले जैसा प्रदर्शन नहीं कर पा रही हैं। साक्षी को अप्रैल में राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था और हाल में वह इस्तांबुल में यासार दोगु अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में पदक दौर में पहुंचने से पहले ही बाहर हो गयीं।
उन्हें तीन अन्य पहलवानों के साथ एशियाई खेलों के लिए ट्रायल्स में भाग नहीं लेने की भी सुविधा दी गई है। वहीं इसपर साक्षी ने कहा कि हमारा लक्ष्य हमेशा ही बेहतर प्रदर्शन कर पदक जीतना रहता है कयोंकि खाली हाथ लौटने पर लोगों की प्रतिक्रिया कैसी होती है यह हम ही जानते हैं। तब लोगों को जवाब देना आसान नहीं होता। इसलिए हम भी अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं ताकि कोई सवाल न उठे।
साक्षी ने माना कि हाल के परिणाम उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे हैं लेकिन उन्होंने कहा कि ऐसा प्रयासों की कमी के कारण नहीं है। साक्षी ने कहा, ‘‘रियो ओलंपिक के बाद, मैंने कई चैम्पियनशिप में अच्छा प्रदर्शन किया। एथलीट की जिंदगी में हमेशा उतार चढ़ाव होते रहते हैं लेकिन हम हमेशा अपना शत प्रतिशत देने और देश को गौरवान्वित करने का मौका हासिल करने की कोशिश करते हैं।’’ उन्होंने भी स्वीकार किया कि उन्हें खेलों से पहले मानसिक रूप से मजबूत होने की जरूरत है।
