तहलका टुडे डेस्क
नई दिल्ली,- देश की सलामती, सुरक्षा और समृद्धि की दुआओं के साथ आज शाम केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हज 2019 के लिए दिल्ली से जाने वाले हज यात्रियों के पहले जत्थे को इंदिरा गाँधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के हज टर्मिनल से रवाना किया।
श्री नकवी ने हज यात्रियों को शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर दिल्ली के राजस्व एवं परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत, खाद्य मंत्री इमरान हुसैन, हज कमेटी ऑफ़ इंडिया के एक्टिंग चेयरमैन शेख जिन्नाह नबी, हज कमिटी ऑफ़ इंडिया के सदस्य हसन बाकर काज़मी, अल्पसंख्यक मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव श्री एस के देव वर्मन, हज कमेटी ऑफ़ इंडिया के सीईओ मक़सूद अहमद खान, दिल्ली हज कमेटी के चेयरमैन आसिम अहमद खान एवं समाज के सभी वर्ग के लोगों ने हज यात्रियों को मुबारकबाद और विदाई दी।
आज दिल्ली से रवाना होने वाली पहली फ्लाइट से कुल 419 हज यात्री हज पर जा रहे हैं। इनमे उत्तर प्रदेश के अलीगढ, आगरा, मेरठ, रामपुर एवं बुलंदशहर के हज यात्री शामिल हैं। इन हज यात्रियों में 202 महिलाएं भी शामिल हैं।
श्री नकवी ने कहा कि वर्ष 2019 में 2 लाख भारतीय मुसलमान बिना किसी सब्सिडी के हज यात्रा करेंगे, हमारी ईमानदार-पारदर्शी व्यवस्था का नतीजा है कि सब्सिडी ख़त्म होने के बाद भी हज यात्रियों पर गैर जरुरी बोझ नहीं पड़ने पाया और देश के इतिहास में सबसे ज्यादा भारतीय मुसलमान इस वर्ष हज यात्रा पर जायेंगे।
श्री नकवी ने कहा कि देश भर के 21 हवाई अड्डों से 500 से ज्यादा फ्लाइटों के जरिये भारतीय मुसलमान इस वर्ष हज पर जायेंगे। कल 4 जुलाई को दिल्ली, गया, गुवाहाटी, श्रीनगर से फ्लाइट्स जाना शुरू होंगी। दिल्ली एयरपोर्ट से दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, हरयाणा, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश के हज यात्री जायेंगे।
इसके अलावा बंगलुरु (07 जुलाई), कालीकट (07 जुलाई), कोचीन (14 जुलाई), गोवा (13 जुलाई), मंगलोर (17 जुलाई), मुंबई (14 जुलाई, 21 जुलाई), श्रीनगर (21 जुलाई) से हज यात्री रवाना होंगे। दूसरे चरण में अहमदाबाद (20 जुलाई), औरंगाबाद (22 जुलाई), भोपाल (21 जुलाई), चेन्नई (31 जुलाई), हैदराबाद (26 जुलाई), जयपुर (20 जुलाई), कोलकाता (25 जुलाई), लखनऊ (20 जुलाई), नागपुर (25 जुलाई), रांची (21 जुलाई) और वाराणसी (29 जुलाई) को हज यात्री जाना शुरू होंगे।
श्री नकवी ने कहा कि इस वर्ष बिना मेहरम (पुरुष रिश्तेदार) के हज यात्रा पर जाने वाली महिलाओं की संख्या पिछले वर्ष के मुकाबले दोगुनी होगी। इस वर्ष 2340 महिलाएं बिना मेहरम के हज पर जा रही हैं जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 1180 थी। पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी बिना मेहरम के हज पर जाने के लिए आवेदन करने वाली इन सभी महिलाओं को बिना लाटरी के हज यात्रा पर जाने की व्यवस्था की गई है। भारत से जाने वाले 2 लाख हज यात्रियों में लगभग 48 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं।