नई दिल्ली । पाकिस्तान के हनी ट्रैप का शिकार होकर उनकी खुफिया इंटर सर्विस इंटेलीजेंस (ISI) के एजेंट्स को गोपनीय जानकारियां देने के आरोपी इंडियन एयर फोर्स के पूर्व ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो गई है। दिल्ली पुलिस ने यह चार्जशीट 7 अप्रैल को दाखिल की है। इसमें अरुण मारवाह और आइएसआइ एजेंट्स के बीच गोपनीय बातचीत को लेकर कई अहम खुलासे किए गए हैं।
पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, अरुण मारवाह ने कुल 12 संवेदनशील डॉक्यूमेंट इन दोनों एजेंटों को शेयर किए थे। चार्जशीट में यह भी खुलासा हुआ है कि ISI को लीक की गई जानाकारियों में वायु सेना की एक गगन शक्ति एक्सरसाइज और ह्यूमन एड डिजास्टर रिलीफ की भी जानकारी शामिल है। बताया गया है कि लीक की गईं दोनों ही जानकारियां अप्रैल 2018 में होने वाले एयरफोर्स के एक्सरसाइज पार्ट थीं।
चार्जशीट में बताया गया है कि पाकिस्तानी एजेंटों ने अरुण मारवाह को किरण रंधावा और महिमा पटेल की आईडी से फेसबुक पर संपर्क किया था। उसके बाद से सारी बातें हुकअप पर होने लगीं।
चार्जशीट के प्रमुख अंश
1. अरुण मारवाह जॉइंट डायरेक्टर ऑपरेशन के पद पर तैनात थे और पाकिस्तान ISI एजेंट से हुकअप एप्लीकेशन से वार्तालाप करते थे।
2. हुकअप एप्लीकेशन के जरिये बातचीत के दौरान ही गोपनीय जानकारियां ISI एजेंट्स को दी गईं।
3. जानकारी के मुताबिक, यह एक सुरक्षित एप्लीकेशन है, जिसमें लॉग आउट करने के बाद से सारी बातचीत अपने आप मिट जाती है।
जांच में सामने आया है कि अरुण मारवाह काफी समय से पाकिस्तानी हनी ट्रैप का शिकार हो रहे थे। फरवरी महीने में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ISI के लिए जासूसी के आरोप में एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को गिरफ्तार किया था। जानकारी के अनुसार मारवाह ने फेसबुक पर युवती से अश्लील चैट में फंसकर यह जानकारी शेयर की थी।
मारवाह पर आरोप है कि वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने व उसको गोपनीय दस्तावेज मुहैया कराने का काम कर रहे थे।
यह भी सामने आया था कि कुछ माह पहले मारवाह त्रिवेंद्रम गए थे और वहां आईएसआई के एक एजेंट ने लड़की बनकर फेसबुक पर संपर्क किया था। इसके बाद दोनों में फोन पर लगातार चैटिंग होने लगी। दोनों एक दूसरे को अश्लील मैसेज भेजते थे। लड़की के रूप में पूरी तरह अपने जाल में फंसाने के बाद आईएसआई एजेंट ने उनसे कई गोपनीय दस्तावेज की मांग की।
आरोप है कि उन्होंने कुछ गोपनीय दस्तावेज उसे मुहैया करा दिए। वहीं, एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारी को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने आंतरिक जांच बैठा दी थी। जांच में मारवाह की जासूसी में संलिप्तता पाए जाने पर एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारी ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से इसकी शिकायत की थी।
पटनायक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल सेल को इसकी जांच सौंप दी थी। जांच के दौरान स्पेशल सेल ने आरोपी का मोबाइल जब्त कर लिया था।