नई दिल्ली : कृषि, विनिर्माण और निर्माण जैसे क्षेत्रों में आई तेजी की वजह से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर बढ़कर 8.2 फीसदी पर पहुंच गई जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 5.6 प्रतिशत रही थी।
जून 2017 में समाप्त पहली तिमाही के बाद से अर्थव्यवस्था में तेजी का रूख बना हुआ है। वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में विकास दर 6.3 फीसदी, तीसरी तिमाही में 7.0 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 7.7 प्रतिशत रही थी।
लगातार चौथी तिमाही में विकास दर में तेजी का रूख बना हुआ है। नोटबंदी के बाद अर्थव्यवस्था में सुस्ती आई थी और एक जुलाई 2017 को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू किए जाने के बाद विनिर्माण गतिविधियां सुस्त पड़ गई थी। अब फिर से विनिर्माण गतिविधियों के साथ निर्माण क्षेत्र में भी तेजी आने लगी है और इसके बल पर जीडीपी वृद्धि दर में बढोतरी हो रही है।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ो के अनुसार इस तिमाही में विनिर्माण गतिविधियों में जहां 13.5 फीसदी की बढोतरी हुई है वहीं कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर भी 5.3 फीसदी पर पहुंच गई है। निर्माण गतिविधियों में 8.7 फीसदी की बढोतरी दर्ज की गई है।