उन्नाव: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास के सामने रविवार को आत्मदाह करने वाली दुष्कर्म पीड़िता के पिता की सोमवार की सुबह उन्नाव जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। परिजनों ने आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर जेल में हत्या कराने का आरोप लगाया है। वहीं, इस सम्बन्ध में गृह विभाग ने डीजी जेल व उन्नाव जिला प्रशासन रिपोर्ट मांगा है।पुलिस अधीक्षक पुष्पाजंलि ने एसओ अशोक सिंह को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, पुलिस ने चार लोगों की गिरफ्तारी भी की है। वहीं, डीएम ने इस प्रकरण की जांच मजिस्ट्रेट को सौंप दी है।
उन्नाव के माखी थानाक्षेत्र की रहने वाली युवती ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर आरोप लगाया कि जून 2017 में उन्होंने उसे बंधक बनाकर कई बार दुष्कर्म किया। पीड़िता ने थाने में आरोपी विधायक के खिलाफ तहरीर दी, तो पुलिस ने उसकी कोई भी फरियाद नहीं सुनी और थाने से लौटा दिया। इसके बाद वह कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया, लेकिन वहां से उसे न्याय नहीं मिला।
इससे आहत होकर रविवार को पीड़िता परिवार के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंची और केरोसीन डालकर आत्मदाह का प्रयास भी किया। पुलिस ने आत्मदाह करने के दौरान पूरे परिवार को पकड़ लिया और गौतमपल्ली थाने ले आयी थी।
मामला गंभीर होने पर एडीजी राजीव कृष्णा पीड़ित परिवार से मिले और मामले की जांच लखनऊ पुलिस से कराने का निर्देश दिया। इसके बाद सुरक्षा में परिवार को उन्नाव पुलिस के साथ घर भेज दिया। वहीं पीड़ित के पिता को चार अप्रैल को आर्म्स एक्ट और मारपीट के आरोप में जेल हुई थी। उन्नाव जेल प्रशासन के मुताबिक, रविवार देर रात उसके पेट में दर्द उठा था, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई।
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सोमवार की सुबह मौत की खबर पर पीड़ित परिवार ने बीजेपी विधायक और उसके भाई अतुल सिंह सेंगर पर हत्या का आरोप लगाया है। इस मामले में गृह विभाग ने डीजी जेल व जिला प्रशासन से पूरे प्रकरण की रिपोर्ट तलब की है। वहीं शासन ने भी एसपी उन्नाव से रिपोर्ट मांगी है।
आरोप है कि कुलदीप सिंह ने मामले को दबाने के लिए पीड़ित के पिता से चार अप्रैल को मारपीट की। इसके बाद माखी थानाध्यक्ष अशोक सिंह ने आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई कर पिता को जेल भेज दिया। वहीं, रविवार की देर रात अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। रेप पीड़िता ने बताया कि विधायक के हनक के चलते पुलिस ने पिता को मारपीटा, जिससे उनकी मौत हो गयी।मामला तूल पकड़ने पर एसपी ने लापरवाही पर थानाध्यक्ष को सस्पेंड करते हुए चार लोगों की गिरफ्तारी करायी है। उन्होंने बताया कि प्रकरण को गंभीरता से लेकर मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उस पर विधिक कार्रवाई की जायेगी। साथ ही डीएम ने इस प्रकरण के जांच के लिए मजिस्ट्रेट को निर्देशित किया है।