तहलका टुडे टीम
लखनऊ, वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहाँ कहा कि हिंदुस्तान, ईरान के रिश्ते सांस्कृतिक, ऐतिहासिक हैं। दोनों देशों के सम्बन्ध “भूगोल की बाउण्ड्री” नहीं बल्कि “इतिहास की बुनियाद” से बंधे हुए हैं।।
इंडिया फाउंडेशन, नई दिल्ली एवं इंस्टिट्यूट ऑफ पॉलिटिकल एंड इंटरनेशनल स्टडीज, ईरान द्वारा आज लखनऊ में भारत-ईरान द्विपक्षीय संबधों पर आयोजित सम्मेलन में ईरान से आए प्रतिनिधिमंडल और भारत में राजदूत डॉ इराज़ इलाही और मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी,सुरेश प्रभु,की मौजूदगी में
श्री नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत-ईरान के राजनीतिक, कूटनीतिक, सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक संबंधों को नई ऊंचाई मिली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ईरान के राष्ट्रपति H.E. इब्राहिम रायसी के बीच सितम्बर 2022 में उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की बैठक के दौरान मुलाकात से दोनों देशों के संबंधों को नई ऊर्जा प्राप्त हुई है।
एससीओ की बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की तथा संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ईरान के राष्ट्रपति H.E. इब्राहिम रायसी ने शहीद बेहिश्ती टर्मिनल, चाबहार बंदरगाह के विकास में हुई प्रगति की समीक्षा की और क्षेत्रीय संपर्क के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को भी महत्वता दी।
श्री नकवी ने कहा कि भारत आज पूरी दुनिया के लिए सामाजिक समरसता, भाईचारे, सहिष्णुता का सशक्त संदेशवाहक है। भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश है जहाँ सभी धर्मों, सम्प्रदायों के मानने वाले करोड़ों लोग शांति, सौहार्द के साथ रह रहे हैं। यही “अनेकता में एकता” की ताकत भारत को “एक भारत श्रेष्ठ भारत” बनाती है।
इस मौके पर राज्य मंत्री दानिश अंसारी भी रहे मौजूद।