तहलका टुडे टीम/सदाचारी लाला उमेश चंद्र श्रीवास्तव
बाराबंकी :जिनका मंच से लेते है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सम्मान से नाम उन भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफताबे शरीयत मौलाना कल्बे जवाद नकवी साहब के शरीफ अनुनायियो पर जुल्म की बाराबंकी प्रशासन कर रहा हदे पार,पहले फर्जी मुकदमे किए ,गैंगस्टर लगाया अब करोड़ों की सारी संपत्ति कुर्क कर दी।
मजेदार बात तो ये है कि इस कुर्क संपत्ति में आरएसएस के सक्रिय कार्यकर्ता अरुण गुप्ता और डिप्टी सीएम केशव मौर्य की बिरादरी के कई लोगो के साथ चार दुकानें जो मस्जिद के नाम वक्फ है वो भी सीज कर दी गई है।
जी हां बाराबंकी का जिला प्रशासन जुल्म की इंतहा पार करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जियो और जीने दो की बेहतरीन पालिसी को पामाल करने में लगा है,
आपको मालूम होगा चुनावी जनसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत के सबसे बड़े धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद साहब का नाम सम्मान से लेकर इस बात का पैगाम दिया था कि वो शराफत ईमानदारी नेकी और हक बयानी से मुतासिर है तो वो मौलाना कल्बे जवाद साहब है,
वही मुख्यमंत्री ने माफियाओं के खिलाफ बयान देकर उनकी कमर तोड़ने के लिए भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
लेकिन बाराबंकी के जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री की सारी नीतियों को पामाल करते हुए मुख्तार अंसारी के गुर्गों की बनाई वक्फ की जमीन पर गुरुद्वारे के सामने रामजानकी मार्केट को गिराने के आदेश देकर फिर 1करोड़ लेकर लीपा पोती कर डाली वही पूर्व बीजेपी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के पुत्र से मिलकर
बेगमगंज तिराहे पर वक्फ नवाब अमजद अली खा की जमीन पर खड़ी 56 दुकानों की मार्केट पर नक्शा कैंसल होने के बाद भी उनको बेचने का धंधा जोरों पर होने की शिकायत के बाद भी खामोशी कर डाली,बेच कर निकल लो की खामोश इजाजत दे दी,वही वक्फ सेवर पर फर्जी मुकदमे कर वक्फ खोरों के हौसले बुलंद करने लगे। इसके अलावा कई वक्फ, ग्राम समाज, नजूल की जमीनों पर अवैध कब्जा करने वालो पर मेहरबानी जग जाहिर है।
मालूम हों पूरे देश में सेव वक्फ इंडिया मिशन चला रहे भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफताबे शरीयत मौलाना कल्बे जवाद नकवी साहब की मुहिम में हर वक्त साथ देने वाले उनके अनुयायी हजरत पुर के पूर्व प्रधान और बीडीसी सदस्य जुल्फी मिया जिनका परिवार खानदान पूर्व केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा और उनके पुत्र राकेश वर्मा का बेहद करीबी रहा है,2009 में पूर्व मुख्य सचिव पी एल पुनिया को सांसद बनाने में अहम भूमिका निभा कर उनके बेहद करीब हो गया था,इसके अलावा 2012 में पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप को एमएलए बनाने में वही 2017 में बेनी बाबू के इशारे पर हफीज भारती का साथ देकर शरद अवस्थी को भाजपा से विधायक बनाने में अहम भूमिका निभा चुका है।
2022 चुनाव में विधायक शरद अवस्थी की खाऊ कमाऊ नीति से नाराज बीजेपी के एक धड़े ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रफी अहमद किदवई के भतीजे कद्दावर नेता पूर्व मंत्री रहे फरीद महफूज किदवई को कुछ सौ वोटो से विधायक बनवा दिया था,
सूत्रों के मुताबिक जैसा लोगो का कहना था कि उस वक्त के डीएम आदर्श कुमार की विधायक से रस्सा कशी का नतीजा था फरीद महफूज किदवई का जीतना।
वही आपको बता दे सिरौली गौसपुर में क्या हिंदू क्या मुसलमान सभी गरीबों के हमदर्द के रूप में उभर रहे जुल्फी मिया पर किसी के इशारे पर जुल्म शुरू हुआ ना झगड़ा ना लड़ाई ना दंगा ना मारपीट सिर्फ गरीब की हमदर्दी और वक्फ बचाओ मिशन का परचम लहराने पर मुकदमे फर्जी कर दिए जाते है पहले गुंडा एक्ट लगाकर जिला बदर करने की मुहिम चली जाती है एक शरीफ और हमदर्द के साथ लेकिन उसमे कामयाबी ना होने पर,गैंगस्टर लगा दिया जाता है उसके बाद उस एक्ट का दुरुपयोग करके जुल्फी मियां के खानदानी विरासत में मिले खेतो को कुर्क कर लिया जाता है।
और बहुत बड़ा अपराधी का दावा किया जाता है जबकि हकीकत ये है कि बेचारे पर फर्जी मुकदमों में एक भी 308तक नही है।
इसके बाद भी भरष्टाचार से लिप्त सरकारी करिंदो का दिल नही भरता शरीफों और नेक लोगो के उत्पीड़न करने में पीछे नहीं रहता ।
आज बकायदा डुग्गी पिटी दरोगा जी कई थानों की पुलिस फोर्स बदो सराय पहुंची 2 2 एसडीएम पहुंचे मुनादी हुई ऐसी की जैसे बहुत बड़े माफिया अतीक या मुख्तार अंसारी की संपत्ति कुर्क की जा रही हो।
पुलिस और प्रशासन के लोगो ने जुल्फी मिया की सम्पत्ति की आड़ में आरएसएस के सक्रिय कार्यकर्ता अरुण गुप्ता की कपड़े की चलती दुकान जिसमे करोड़ों रुपया के कपड़े भरे होंगे के साथ एटीएम और मस्जिद के वक्फ की 4दुकानों के साथ डिप्टी सीएम केशव मौर्य के बिरादरी के अजीजदारो संगीता मौर्य इंद्रजीत मौर्य की दुकानों पर भी ताला डाल कर सील कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक अरुण गुप्ता और राजकुमारी गुप्ता भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता है और जनसंघ के जमाने से इनकी दुकानों में चुनाव के कार्यालय खुलता था वो कई जगह दौड़े कई कद्दावर नेताओं ने एसडीएम से भी बात की लेकिन उसके बावजूद भी ये कार्यवाही कर दी गई।
पुलिस के जारी प्रेस नोट में जो कहानी बतायी गई वो ये थी कि पुलिस अधीक्षक बाराबंकी दिनेश कुमार सिंह द्वारा जनपद में संगठित गिरोह बनाकर अपराध करने वाले अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना बदोसराय पर पंजीकृत मु0अ0सं0 368/2022 धारा 3(1) यूपी गैंगस्टर एक्ट से सम्बन्धित अभियुक्त/ गैंग लीडर सैय्यद मोहम्मद मेंहदी उर्फ जुल्फी मियां पुत्र खुर्शीद अस्करी निवासी हजरतपुर थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी द्वारा अपने गिरोह के सक्रिय सदस्य मोहम्मद सलीम व हसनैन उर्फ हसीन पुत्रगण अली अहमद निवासीगण हसनापुर थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी के साथ मिलकर आर्थिक, भौतिक व दुनियावी लाभ प्राप्त करने जैसे अपराध कारित कर स्वयं/परिजनों के नाम पर चल व अचल सम्पत्ति अर्जित की गई।
अभियुक्त/गैंग लीडर सैय्यद मोहम्मद मेंहदी उर्फ जुल्फी द्वारा अपने गिरोह में नये-नये सदस्यों को शामिल कर विगत 14-15 वर्षों से आर्थिक, भौतिक व दुनियावी लाभ हेतु एक आपराधिक गिरोह बनाकर आम जनमानस के मध्य दबंगई कायम रखने के लिए डर/भय पैदा करने के लिए मुख्यतः अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों पर हमलावर होने, कानून-व्यवस्था/राजकीय कार्यों में बाधा डालने व मारपीट करने जैसे अपराध कर अवैध धनोपार्जन किया गया।
अभियुक्त/ गैंग लीडर सैय्यद मोहम्मद मेंहदी उर्फ जुल्फी मियां पुत्र खुर्शीद अस्करी निवासी हजरतपुर थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी द्वारा अपराध से अर्जित धन से स्वयं व अपने सहयोगी वीरेन्द्र सिंह पुत्र राम सिंह निवासी बादीपुर थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी, अरुण कुमार पुत्र रामभरोसे व संगीता पत्नी ईश्वर शरण निवासी कस्बा व थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी के नाम से बदोसराय में स्थित गाटा संख्या 610 में 1337.37 वर्गमीटर भूमि क्रय कर 50 दुकानों (उपरोक्त भूमि व 50 दुकानों की कीमत लगभग नौ करोड़ बारह लाख सैतालीस हजार नौ सौ चौबीस रुपये) का निर्माण कराया गया।
आज बाराबंकी पुलिस एवं प्रशासन द्वारा अभियुक्त/ गैंग लीडर सैय्यद मोहम्मद मेंहदी उर्फ जुल्फी मियां पुत्र खुर्शीद अस्करी निवासी हजरतपुर थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी द्वारा अपराध से अर्जित की गई उपरोक्त अचल सम्पत्ति को अन्तर्गत धारा 14(1) उ0प्र0 गिरोहबन्द एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के तहत कुर्क किया गया-
अभियुक्त/ गैंग लीडर सैय्यद मोहम्मद मेंहदी उर्फ जुल्फी मियां पुत्र खुर्शीद अस्करी निवासी हजरतपुर थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी की कुर्क सम्पत्ति का विवरण-* (कीमत लगभग 09 करोड़ 12 लाख 47 हजार 924 रुपये)-
कस्बा बदोसराय स्थित भूखण्ड गाटा संख्या 610 में 1337.37 वर्ग मीटर भूमि व उस पर बनी 50 दुकानें कीमत लगभग- 09,12,47,924/- रुपये
आपराधिक इतिहास- जो बताया गया जुल्फी मिया का वो देखिए
- मु0अ0सं0 367/2008 धारा 147/323/504/506/379/324/308 भादवि व 7 सीएलए एक्ट थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी
- मु0अ0सं0 127/2013 धारा 147/323/504/506 भादवि थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी
- मु0अ0सं0 126/14 धारा 147/323/504/506/342 भादवि थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी
- मु0अ0सं0 44/19 धारा 332/353/504/506/507 भादवि व 3(1)द,ध एससी/एसटी एक्ट थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी
- मु0अ0सं0 138/20 धारा 3 सार्वजनिक सम्पत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1964 थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी
- मु0अ0सं0 368/2022 धारा 3(1) यूपी गैंगस्टर एक्ट थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी,
वही इस प्रेस नोट में ये भी बताया गया कि बाराबंकी पुलिस/प्रशासन द्वारा पूर्व में दिनांक 13.01.2023 को अभियुक्त/ गैंग लीडर सैय्यद मोहम्मद मेंहदी उर्फ जुल्फी मियां उपरोक्त की ग्राम हजरतपुर थाना बदोसराय जनपद बाराबंकी स्थित भूखण्ड कीमत लगभग 72 लाख रुपये को कुर्क किया जा चुका है।
जबकि हकीकत ये है कि ये उनकी पुश्तैनी जमीन है।
सिरौली गौसपुर हजरतपुर, बदोसराय,किंतूर समेत रामनगर शहर में ये खबर आग की तरह फ़ैल गई लोगो का कहना था जिला प्रशासन वक्फ नजूल ग्राम समाज की जमीनों को खुर्द बुर्द कर रहे दीमक माफियाओं को अपना कमाऊ पूत मानकर कोई कार्यवाही नहीं करता,बल्कि सियासत की आड़ में जालिमों के खिलाफ लड़ने वाले और सरकार जमीनों को माफियाओं से संघर्ष करने वालो पर फर्जी मुकदमे कर उनको जलील करने में कोई कसर नहीं छोड़ता,
बाराबंकी शहर में बस अड्डे पर बनी भू माफियाओं की बनाई मार्केट का कई आदेश के बाद भी लीपा पोती वही औकाफ और कब्रिस्तान की जमीनों को बिक्री अवैध कब्जे जानकर भी उनको क्लीन चिट दी जाती है।
हक के लिए आवाज उठाने वालो पर माफिया तो जुल्म करता ही है,जिला प्रशासन के भरष्टचार में लिप्त करिंदे भी फर्जी मुकदमे लिखवाकर उत्पीड़न करते है।