अपराधी फिर कभी अपराध न करने की कसम खाने वाली तख्ती गले में डालकर घूम रहा है तो कोई सीधे थाने जाकर आत्मसमर्पण कर रहा है.
इन 10 खूंखार अपराधियों के पीछे लगी हुई है यूपी पुलिस
आज यूपी के अपराधियों का डर किसी से छिपा नहीं है. अपराधी पूर्वी यूपी के हों या फिर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के, सभी के बीच एक अजीब सी दहशत है. खुली हवा में अब उन्हें डर लग रहा है. बाहर से ज्यादा उन्हें जेल के भीतर जिंदगी सुराक्षित दिखाई दे रही है. ये ही वजह है कि कोई अपराधी फिर कभी अपराध न करने की कसम खाने वाली तख्ती गले में डालकर घूम रहा है तो कोई सीधे थाने जाकर आत्मसमर्पण कर रहा है.
लेकिन सूत्रों की मानें तो एसटीएफ (स्पेशल टॉस्क फोर्स) खूंखार अपराधियों को बख्शने के मूड़ में नजर नहीं आ रही है. एसटीएफ ने यूपी के टॉप 10 मोस्ट वांटेड की एक लिस्ट तैयार की है. दिन-रात एसटीएफ इन अपराधियों के पीछे पड़ी हुई है. न्यूज 18 हिन्दी आपको बता रहा है उन्हीं टॉप 10 अपराधियों के बारे में.
बाबुली कोल
पिता- रामचरन
इनाम- 5 लाख
निवासी- चित्रकूट
बाबुली का आतंक यूपी और मध्य प्रदेश में है. बाबुली के पास आधुनिक हथियार बताए जा रहे हैं. दोनों प्रदेशों की पुलिस एक साथ मिलकर कई बार ऑपरेशन चला चुकी है, लेकिन हर बार बाबुली चकमा देकर फरार हो जाता है. बाबुली पर दर्जनों हत्याएं, लूट और अपरहण के आरोप है. बाबुली कभी ददुआ गिरोह का मददगार हुआ करता था.
कौशल कुमार चौबे
पिता- कमलकांत चौबे
इनाम- 2 लाख
निवासी- बलिया
कौशल कुमार चौबे का दखल पूर्वी यूपी के सरकारी विभागों में टेंडर दिलाने की भूमिका में रहता है. चौबे एक बार पीडब्ल्यूडी ऑफिस के अंदर घुसकर एक साथ चार लोगों की हत्याएं कर चुका है. कौशल का भतीजा अवनीश चौबे भी अपराध की दुनिया में कदम रख चुका है. 10 साल से कौशल पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
अजित उर्फ हप्पू सिंह
पिता- महेन्द्र
इनाम- 50
निवासी- बागपत
अजित एक शातिर हिस्ट्रीशीटर है. एक साथ दो लोगों की गोलियों से भूनकर हत्या करने के बाद से अजित पुलिस के रडार पर है. पुलिस उसकी इनाम की रकम भी 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख करने की तैयारी में. अजित पर 20 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं. अजित के गैंग में 40 शूटर बताए जा रहे हैं. मेरठ, बागपत, कैराना और शामली में अजित का आतंक बताया जाता है.
वाजिद काला
इनाम- 50 हजार
निवासी- कैराना
वाजिद काला मुकीम काला गिरोह का है. वाजिद पर हत्या, लूट, डकैती और अपरहण के 35 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं. शामली, बिजनौर, मेरठ, मुजफ्फरनगर में वाजिद का खासा आतंक बताया जा रहा है. दो साल पहले वाजिद पुलिस की कस्टडी से फरार भी हो चुका है. तब से लेकर आजतक पुलिस वाजिद की तलाश में खाक छान रही है.
मोनू गुर्जर
इनाम- 1.50 लाख
निवासी- कंकरखेड़ा, मेरठ
मोनू गुर्जर एक शातिर अपराधी है. उसने अपना एक गैंग बना रखा है. गैंग में करीब 20 शार्प शूटर हैं. मोनू यूपी के अलावा पंजाब, हरियाणा और उत्तरांचल में भी अपराधों को अंजाम दे रहा है. जानकारी के अनुसार मोनू गुर्जर पर इस वक्त करीब 80 मुकदमें लूट, डकैती, अपरहण और हत्या के दर्ज हैं.
बिल्लू दुजाना
पिता- जगदीश दुजाना
इनाम- 50 हजार
निवासी- गौत्तमबुद्ध नगर
बिल्लू जेल में बंद अनिज दुजाना गिरोह के लिए काम करता है. गिरोह के लिए रंगदारी वसूलना, हत्या करने जैसे संगीन अपराधों को अंजाम देता है. जमीनों पर कब्जा कर फिर रंगदारी वसूलने का काम भी बिल्लू दुजाना अपने गिरोह के लिए करता है. एक बार बिल्लू दिल्ली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण भी कर चुका है.
बलराज भाट्टी
पिता- गिर्राज सिंह
इनाम- 50 हजार
निवासी- बुलंदशहर
बलराज भाट्टी का आतंक यूपी, हरियाणा और दिल्ली में है. बलराज के गिरोह में 10 के करीब शॉर्प शूटर बताए जाते हैं. 22 से अधिक मुकदमें बलराज पर दर्ज बताए जा रहे हैं. अपरहण और रंगदारी वसूलने के मुकदमें सबसे ज्यादा दर्ज हैं. वहीं बलराज पर 4 से अधिक मर्डर के आरोप भी हैं.
अजीम अहमद
पिता- करीम खान
इनाम- 50 हजार
निवासी- वाराणसी
अजीम के पिता आरपीएफ में थे. कुछ साल पहले मार्बल व्यवसायी की हत्या मामले में अब तक अजीम फरार है. इस हत्या के बाद, अजीम अहमद का नाम कई और मामलों जैसे, लूट हत्या, फिरौती, में सामने आया है. अजीम ने एक गिरोह भी तैयार कर लिया है. इसी गिरोह के बल पर अजीम हत्या, लूट और अपरहण जैसी वारदातों को अंजाम दे रहा है.
विश्वास नेपाली
पिता- श्रीधर शर्मा
इनाम- 50 हजार
निवासी- वाराणसी
कहा जाता है कि पुलिस के डर से आजकल विश्वास नेपाली नेपाल भाग गया है. वहीं से अपने गिरोह को संचालित कर रहा है. विश्वास के गिरोह में 22 शॉर्प शूटर बताए जाते हैं. विश्वास पर लूट, हत्या, रंगदारी और अपरहण के 30 से अधिक मुकदमें दर्ज हैं.
सलीम उर्फ मुख्तार शेख
पिता- नजीर अहमद
इनाम- 50 हजार
निवासी- लखनऊ
सलीम का लखनऊ में खासा आतंक बताया जाता है. सलीम और उसका गिरोह लूट, अपरहण और रंगदारी की वारदातों को अंजाम देता है. सलीम पर एक हत्या का भी आरोप है. कई साल से पुलिस सलीम के पीछे पड़ी हुई है. लेकिन सलीम अभी तक हत्थे नहीं चढ़ा है.