रिज़वान मुस्तफ़ा -945200001tahalka@gmail.com
दिल्ली-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को किसी भी हाल में देश की मान मर्यादा सुरक्षा से समझौता बर्दाश्त नही है उसमें चाहे अडानी ग्रुप ही क्यों ना हो,गौतम अडानी की कंपनी अडानी पोर्ट की मालिकाना हक वाली गुजरात के कच्छ (Kachchh) के मुंद्रा पोर्ट (Mundra Port) पर हेरोइन की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई है,जो अफगानिस्तान से इम्पोर्ट कर लाई गई थी. इसके साथ ही 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
चलिये आपको गुजरात में अदानी के पोर्ट से बरामद हुए ड्रग की अनकही कहानी सुनाते हैं। इस तस्वीर को गौर से देखिये! यह व्यक्ति और इसकी पत्नी दोनों इंजिनियर हैं पत्नी गिरफ्तार हो चुकी है। पति भी एक दो दिनों में गिरफ्तार हो जाएगा। इस व्यक्ति का नाम सुधाकर मचावरम है।
सुधाकर इसके पहले कैफे काफी डे चलाने वाली कंपनी सिकाल लाजिस्टिक्स लिमिटेड में इंजिनियर थे। लेकिन कोरोना के दौरान जब नौकरी चली गई तो सुधाकर ने सोलर पैनल और पीवीसी पाइप का अपना बिजनेस शुरू किया जो कि बढ़िया चल निकला।यह लोग अपने ज्यादातर कच्चा सामान यह दंपत्ति चीन से मंगाते थे अब बात आगे कि-
गुजरात में अदानी के एयरपोर्ट पर जो 21 हजार करोड़ की नशीली सामग्री बरामद हुई है वह सुधाकर और उसकी पत्नी वैशाली की आसी ट्रेंडिंग कंपनी के नाम पर मंगाई गई है। डायरेक्टर ऑफ़ रेवेन्यु इंटेलिजेंस इस बात को जानता है कि इन दोनों की इतनी हैसियत ही नहीं है कि इतने बड़े ड्रग ट्रांसफर में हाथ डाल सकें। सच्चाई यह है कि इनकी कम्पनी की आड़ में कोई बड़ा सिंडिकेट इस माल को मंगा रहा था जिसमे अदानी के पोर्ट की भी मिलीभगत थी।
ताजा जानकारी यह मिल रही है कि यह माल तेलंगाना नहीं दिल्ली जा रहा था। यह कम आश्चर्यजनक नहीं है कि अफगानिस्तान में उधर तख्ता पलट नहीं हुआ इधर नशीले ड्रग्स की भारी भरकम तस्करी शुरू हो गई वह भी अदानी के पोर्ट का इस्तेमाल करके। एक बात स्पष्ट है कि इतनी बड़ी एसाइनमेंट बिना किसी बड़े रसूख के ट्रांसफर नहीं हो सकता। कोई है जिसके सीमा इस पार से लेकर उस पार तक बड़े राजनैतिक संबंध है।
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गौतम अडानी के पोर्ट पर आखिर कैसे पहुंचा 21000 करोड़ रुपये का ड्रग्स बना चर्चा का सबब?
मुंद्रा पोर्ट का मालिकाना हक अडानी पोर्ट के पास है. अडानी पोर्ट गौतम अडानी की कंपनी है. राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) और कस्टम के ऑपरेशन में हेरोइन की बरामदगी हुई है, जिसे एजेंसी ने जब्त कर लिया है.
डीआरआई के सूत्रों के अनुसार, हेरोइन ले जाने वाले कंटेनर्स को आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा (Vijaywada) स्थित एक फर्म द्वारा आयात किया गया था और फर्म ने खेप को ‘टेल्कम पाउडर घोषित किया था. वहीं निर्यात करने वाली फर्म की पहचान अफगानिस्तान के कंधार स्थित कंपनी के रूप में की गई है.
डीआरआई और कस्टम का पिछले पांच दिनों से ऑपरेशन चल रहा था और एजेंसी ने कंसाइनमेंट रोक कर जांच की तो टेलकम पाउडर की आड़ में 21000 करोड़ रुपये का ड्रग्स बरामद हुआ. इसके बाद एजेंसी ने 5 शहरों में जांच शुरू कर दी है.
इसी बीच मीडिया में इस ख़बरो ने उछाल मारकर हड़कम्प मचा दिया कि अडानी ग्रुप NDTV को खरीद रहा है इनके शेयरों में सोमवार को जोरदार तेजी देखने को मिली. अडानी द्वारा NDTV को खरीदने की अफवाहों के चलते कंपनी के शेयरों में में 10% का upper circuit लग गया. ETMarkets में चल रही खबरों के मुताबिक, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि Adani ग्रुप दिल्ली स्थिति एक मीडिया हाउस का अधिग्रहण करने वाला है.
ट्रेडर के बीच चर्चा है कि यह NDTV हो सकता है. लिहाजा NDTV के शेयरों में जोरदार खरीदारी देखने को मिली. हालांकि ईटी ने कहा हम अभी इस खबर को वेरिफाई नहीं किए हैं. BSE पर कंपनी के 9.94% बढ़ कर at Rs 79.65 पर ट्रेड कर रहे हैं.
अडानी ग्रुप ने संजय पुगलिया को अपना मीडिया हेड बनाया
मीडिया सेक्टर में अडानी ग्रुप की एंट्री की अटकलें तेज हैं. Adani Enterprises ने कुछ दिन पहले ही वरिष्ठ पत्रकार संजय पुगलिया को अपने ग्रुप के media initiatives को लीड करने के लिए CEO and editor-in-chief बनाया है.
पुगलिया इससे पहले क्विंट डिजिटल मीडिया के अध्यक्ष और संपादकीय निदेशक (president and editorial director) थे. इससे पहले उन्होंने सीएनबीसी-आवाज़ को लीड किया है. हिंदी में स्टार न्यूज़ की स्थापना की है. जी न्यूज को हेड किया और आजतक की संस्थापक टीम का हिस्सा थे.
संजय पुगलिया एक print journalist के तौर पर Business Standard and Navbharat Times के साथ काम कर चुके हैं. वे BBC Hindi Radio के रेगुलर contributor भी रह चुके हैं.
NDTV का वित्तीय प्रदर्शन (financial performance) खराब रहा है. कंपनी के प्रमोटर भी कर जांच के दायरे में हैं. हालांकि, पिछले एक साल में कंपनी के शेयर में 130 फीसदी की तेजी आई है.
अडानी ग्रुप अडानी ग्रुप बहुत सारे क्षेत्रों में अपने बिजनेस को फैला रखा है. अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) , अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) , अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas) , अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) , अडानी पोर्ट्स (APSEZ) और अडानी पावर (Adani Power) इस ग्रुप की प्रमुख कंपनियां हैं. ग्रुप के चेयरमैन गौतम लगभग 67.1 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ एशिया के टॉप-5 अमीरों में आते हैं.