शादाब हुसैन
बहराइच वन प्रभाग के बहराइच रेंज अंतर्गत नकाही गांव है। रामगांव थाना क्षेत्र का यह इलाका सरयू का कछार भी है। रविवार सुबह सरयू के कछार से निकलकर आए तेंदुए ने धोबिया गांव में तीन ग्रामीणों पर हमला कर उन्हें घायल किया। यहां से ग्रामीणों ने खदेड़ा तो तेंदुआ पास में ही नकाही गांव की ओर भागया। यहां रास्ते में तीन युवकों पर हमला कर उन्हें भी घायल कर द
गुस्साए ग्रामीणों ने आसपास गांव के लोगों को सूचना दी तो काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। इस पर खालेपुरवा गांव के निकट ग्रामीणों की भीड़ ने तेंदुए को घेर लिया। वह जान बचाने के लिए पास की झाड़ी में छिपा तो भीड़ ने लाठियों से पीट-पीटकर उसे अधमरा कर दिया। इसके बाद गुस्सायी भीड़ ने झाड़ी में आग लगा दी, जिससे तेंदुआ जिंदा जल गया।
सूचना वन विभाग को मिली तो प्रभागीय वनाधिकारी आरपी सिंह तत्काल दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे हैं। वहीं, थानाध्यक्ष ब्रह्मानंद सिंह भी फोर्स के साथ नकाही गांव में हैं। प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि झाड़ियों में आग लगने से तेंदुए की मौत हुई है। आग किसने लगाई, जांच की जा रही है। इसके बाद केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
दो वर्ष की मादा तेंदुआ प्रभागीय वनाधिकारी आरपी सिंह ने बताया कि ग्रामीणों के संघर्ष में मारा गया तेंदुआ मादा है। उसकी उम्र महज दो वर्ष है।
क्षेत्र में दो साल से तेंदुओं का आतंक रामगांव के नकाही, रेहुआ मंसूर, बरुहाघाट, रमपुरवा समेत १३ गांव ऐसे हैं जो सरयू के कछार क्षेत्र में स्थित हैं। कछार में जंगल का माहौल है। जिसके चलते इलाका वन्यजीवों के अनुकूल है। क्षेत्र में दो साल से चार तेंदुओं का आतंक है। तीन तेंदुए अब तक पकड़े जा चुके हैं। एक तेंदुआ वन विभाग की गिरफ्त में नहीं आ सका है। इसके लिए दो स्थानों पर पिंजरे भी लगाए गए, लेकिन सफलता नहीं मिली। आशंका जतायी जा रही है कि ग्रामीणों द्वारा संघर्ष में मारा गया और जलाया गया तेंदुआ वही है।