न्यूयार्क । बढ़ती उम्र में शरीर की हड्डियों में लगातार दर्द रहना एक आम समस्या है। मेडिकल रिसर्च के मुताबिक, पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा गंभीर रूप से हड्डियों में दर्द की शिकायत होती है। भले ही हड्डियों में दर्द की समस्या आमतौर पर बोन डेंसिटी कम होने के कारण या फिर चोट लगने की वजह से हो, लेकिन यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है। हड्डियों में अचानक दर्द उठने के कई कारण हो सकते हैं।
चोट या शरीर के किसी अंग विशेष के बहुत ज्यादा इस्तेमाल या फिर रक्तचाप में बाधा होने के कारण भी ऐसा हो सकता है। इसी तरह पुराने ऑस्टियो आर्थराइटिस, गठिया, ल्युपस या सिकल सेल अनीमिया के चलते भी अचानक जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है। आजकल युवा फिट रहने के लिए ऑनलाइन चैनल्स का सहारा ले रहे हैं।
अच्छे शरीर के लिए जुंबा और ऐरोबिक्स जैसे व्यायाम करते हैं, लेकिन बिना ट्रेनर के इन व्यायाम को करने से भी हड्डियों में दर्द हो सकता है। युवा बॉडी बनाने के लिए कई तरह के प्रोटीन सप्लिमेंट्स लेते हैं। कुछ सप्लिमेंट्स में स्टेरॉयड होता है, जिससे नसें सिकुड़ जाती हैं और बोन टिशू डैमेज हो जाते हैं। कुछ लोग देर रात पार्टी करने की वजह से तो कुछ काम की वजह से रात को देर से सोते हैं,
जिसकी वजह से उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती। ऐसे में जोड़ों में दर्द का कारण भरपूर नींद न लेना भी है। फास्ट फूड खाने और धूम्रपान करने से जोड़ों पर बुरा असर पड़ता है। अगर आप हड्डियों में दर्द की समस्या से बचना चाहते हैं तो दूध से बनी चीजों का सेवन करें। बैठने के दौरान अपनी मुद्रा का विशेष ध्यान रखें। जहां तक संभव हो सीधे बैठें और एक ही पोजिशन में बहुत देर तक न बैठें।
