चेन्नई । तमिलनाडु के उप-मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने इस बात को स्वीकार किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे एआईएडीएमके के दोनों धड़ों को एक करने के लिए आग्रह किया था। शुक्रवार को हुई पार्टी की मीटिंग में पनीरसेल्वम ने पीएम मोदी से हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए ये बात कही।
पनीरसेल्वम ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझसे कहा था कि पार्टी को बचाने के लिए एआईएडीएमके के दोनों धड़ों को एक हो जाना चाहिए। पीएम मोदी की इस बात को मानने के लिए मैं तैयार हो गया। लेकिन मैंने उनसे कहा था कि मैं कोई मंत्री पद नहीं लूंगा। साथ ही पार्टी में कोई पद भी ग्रहण नहीं करूंगा। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि नहीं नहीं, आपको मंत्री पद लेना होगा और राजनीति में पहले की तरह ही सक्रिय रहना होगा। इसीलिए आज मैं एक मंत्री पद पर हूं।’
तमिलनाडु के उप-मुख्यमंत्री ने बताया कि एआईएडीएमके के दोनों धड़ों के एक होने से पहले वह प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने गए थे। उन्होंने कहा, ‘मैंने पार्टी के बीच चल रहे विवादों को लेकर पहले पूर्व दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता से भी बातचीत की थी। लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए, दोनों धड़ों को पार्टी को बचाने के लिए एक हो जाना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने पार्टी में मंत्री पद ना लेने के मुद्दे पर अपने साथियों के साथ भी विचार किया था। उन्होंने भी मुझसे सरकार का हिस्सा बनने का आग्रह किया। देखिए, मैंने जिन समस्याओं का सामना किया, जिस उत्पीड़न का मैंने सामना किया, उसकी कोई सीमा नहीं थी। मेरी जगह अगर कोई और होता तो आत्महत्या कर लेता। मैंने इस सबका सामना सिर्फ अम्मा की वजह से किया। मेरी मंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं थी, लेकिन अम्मा ने मुझे 4 बार एमएलए और दो बार मुख्यमंत्री बनाया। मुझे इस बात का गर्व है कि उन्होंने मुझे इस काबिल समझा था।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत के बाद तमिलनाडु में एआइएडीएमके दो धडे में विभाजित हो गया था, एक पलानीस्वामी का और एक पनीरसेल्वम का। मगर पिछले साल अगस्त में दोनों का विलय हो गया। दोनों शीर्ष नेताओं ने आरके नगर उपचुनाव में मिली हार के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को चेताया था कि जो भी पार्टी के खिलाफ जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। पिछले साल दिसंबर में हुए इस उपचुनाव में एआइएडीएमके से साइडलाइन किए गए नेता टीटीवी दिनाकरण को जीत हासिल हुई थी।