उन्नाव । विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद से जिले की पुलिस अलर्ट है। समर्थकों द्वारा बवाल की आशंका पर एसपी ने रात में ही जिले की पुलिस को अलर्ट कर दिया। वायरलेस पर करीब 20 मिनट तक पुलिस को कड़े दिशा निर्देश दिए गए। खासकर सदर, माखी, बांगरमऊ और भगवंतनगर क्षेत्र की पुलिस को चौकन्ना रहने के निर्देश दिए गए। पुलिस पूरी रात विधायक समर्थकों के सड़कों पर उतरने को लेकर चौकन्ना रही। पुलिस ने विधायक के मूवमेंट पर भी नजर रखी।
न्याय के लिए पूरे देश से एक स्वर में आवाज
दुष्कर्म पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए पूरा देश एक स्वर में आवाज उठा रहा था। किरकिरी होता देख शासन ने बुधवार रात विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश जारी कर दिए। सुबह जांच करने पहुंची एसआइटी और एडीजी के घेराव के बाद मुकदमा दर्ज होने से समर्थक फिर से सड़क पर न उतर आएं, इसको लेकर एसपी ने जिले की पुलिस को हाई अलर्ट कर दिया। सदर में सीओ के नेतृत्व में विधायक आवास के साथ अन्य जगहों पर फोर्स पेट्रोलिंग करती रही। माखी गांव में हालात सामान्य रखने के लिए पुलिस और पीएसी को तैनात किया गया।
हालात काबू करने के पूरे पुलिस इंतजाम
विधायक के विधानसभा क्षेत्र बांगरमऊ में भी पुलिस की टीमें क्षेत्र में भ्रमण कर हालात का जायजा लेतीं रही। बवाल की आशंका पर बांगरमऊ, सदर और भगवंतनगर विधानसभा क्षेत्र के सभी थानों की पुलिस कुछ संवेदनशील जगहों को भी अपने रजिस्टर में अंकित करते हुए कहां कितना फोर्स लगाना है इसका खाका तैयार कर लिया है। सूत्रों की माने तो पुलिस विधायक के हर मूवमेंट पर नजर रख रही है। इसके लिए तेज तर्रार इंस्पेक्टरों को लगाया गया है। पुलिस इस बात से परेशान है कि यदि विधायक का जिले में मूवमेंट हुआ तो हालात बिगड़ सकते हैं। हालातों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने पूरे इंतजाम किए हैं।
चूक से बचने के लिए खुफिया अलर्ट
बुधवार सुबह जांच करने माखी गांव पहुंची एसआइटी और एडीजी का हजारों की संख्या में भीड़ ने घेराव कर लिया। जिस पर पुलिस को किरकिरी का सामना करना पड़ा था। पुलिस के खुफिया तंत्र पर भी सवाल खड़े हुए थे। दोबारा किसी चूक से बचने के लिए खुफिया पूरी तरह अलर्ट है। क्राइम ब्रांच टीम भी चप्पे-चप्पे परी नजर रखे है।