लखनऊ । उन्नाव दुष्कर्म कांड में बुधवार शाम तक राज्य सरकार कड़े कदम उठा सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस मामले की जांच के लिए गठित एसआइटी को 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। यह रिपोर्ट बुधवार शाम तक आ सकती है। इसके बाद कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सख्त संदेश देने के लिए कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।
रविवार को पीडि़त किशोरी के मुख्यमंत्री आवास के समीप आत्मदाह की कोशिश के बाद से ही इस मामले में कड़े कदम की संभावना जताई जाने लगी थी। सोमवार को पीडि़ता के पिता की मौत के बाद सायंकाल विधायक कुलदीप सेंगर मुख्यमंत्री से मिलने भी पहुंचे थे, लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ा था। मंगलवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जिस तेजी से पुलिस ने कदम उठाए हैं, उससे भी इस प्रकरण में सख्त कदम के संदेश मिले हैं। एसआइटी में शामिल एडीजी राजीव कृष्ण बुधवार सुबह उन्नाव के माखी गांव पहुंचेंगे। सायंकाल तक उनकी रिपोर्ट आ जाने की संभावना है। इसके बाद विधायक समेत कई अधिकारियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।
मानवाधिकार आयोग ने जताई नाराजगी
उन्नाव में दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली किशोरी के पिता की न्यायिक अभिरक्षा में मौत की सूचना 24 घंटे में न दिए जाने पर राष्ट्रीय व उत्तर प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने डीजीपी से नाराजगी जताई है।
आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रकरण को बेहद दुखद एवं गंभीर कहा है और मुख्य सचिव व डीजीपी से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने नोटिस देकर चार सप्ताह में जवाब तलब किया है, तो राज्य मानवाधिकार आयोग ने मुख्य सचिव को पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराकर 15 दिनों में अपनी स्पष्ट टिप्पणी के साथ आख्या देने का निर्देश दिया है।
एसआइटी ने शुरू की जांच
उन्नाव के भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का मामला तूल पकडऩे के बाद शासन व डीजीपी मुख्यालय हरकत में आ गया है। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए एसआइटी गठित की गई है, जिसका पर्यवेक्षण एडीजी लखनऊ जोन राजीव कृष्ण को सौंपा गया है। एडीजी जांच के सभी पहलुओं पर सीधी नजर रखेंगे। एसआइटी ने उन्नाव के माखी थाने में दर्ज मारपीट व हत्या के मुकदमों सहित विधायक पर लगे दुष्कर्म के आरोप सहित प्रकरण से जुड़े सभी बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। पीडि़त किशोरी की ओर से दिए गए प्रार्थनापत्र भी एसआइटी जांच में शामिल किए जाएंगे। एसआइटी से उन्नाव पुलिस को दूर रखा गया है। एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार का कहना है कि एसआइटी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से भी पूछताछ करेगी।
डीआइजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया कि एएसपी क्राइम ब्रांच लखनऊ दिनेश सिंह की अध्यक्षता में गठित एसआइटी में डिप्टी एसपी श्वेता श्रीवास्तव, निरीक्षक अक्षय कुमार, अवधेश पांडेय व जेपी यादव शामिल हैं। एडीजी के पर्यवेक्षण में एसआइटी में जरूरत पडऩे पर विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाएगा। उन्नाव पुलिस साक्ष्य उपलब्ध कराने में एसआइटी का सहयोग करेगी। एसआइटी पीडि़त पक्ष के सभी आरोपों की भी सिलसिलेवार जांच करेगी। पीडि़त किशोरी के पिता की गिरफ्तारी से लेकर दर्ज मुकदमों में की गई कार्रवाई व उन्नाव पुलिस की लापरवाही की भी बिंदुवार जांच होगी। पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसआइटी विधिक राय भी लेगी।
वायरल वीडियो पर डीआइजी ने दी सफाई
पीडि़त किशोरी के घायल पिता से पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में कुछ कागजों पर अंगूठे का निशान लगवाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। डीआइजी कानून-व्यवस्था ने मंगलवार शाम प्रेसवार्ता में वायरल वीडियो पर सफाई देते हुए कहा कि उन्नाव के जिला अस्पताल में पीडि़त किशोरी के पिता के बाएं हाथ के अंगूठे के निशान मेडिकोलीगल टेस्ट कराए जाने के दौरान कानूनी प्रक्रिया के तहत संबंधित प्रपत्र व रजिस्टर पर लगवाए गए थे।