राजकोट । गुजरात के राजकोट के हंजियासर गांव में गुरुवार की सुबह भूकंप आने लोगों में भय बैठ गया। बताया जाता है कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.6 मापी गई। मौसम विभाग के मुताबिक, भूकंप गुरुवार की सुबह लगभग चार बजे से आया। घटना में अब तक किसी भी प्रकार के जान-माल के क्षति की खबर नहीं है।
गुजरात में नई बात नहीं भूकंप
शहर कच्छ और भुज में भूकंप आना कोई नई बात नहीं। यहां अब तक 90 से ज्यादा भूकंप आ चुके हैं लेकिन कोई भी इतना भयावह नहीं था जितना कि 26 जनवरी, 2001 को सुबह 8:46 बजे आया भूकंप, जिसकी तीव्रता 6.9 थी। भुज का सिविल हॉस्पिटल जो शहर के बीचों-बीच स्थित था, ढह गया और सैकड़ों मरीज और स्टाफ दफन हो गए। कलेक्टर ऑफिस से लेकर तमाम सरकारी ऑफिस भी जमींदोज हो गए।
पर ऐसे भयावह प्राकृतिक आपदाओं के बाद कैसे कोई शहर खुद को नये शिखर पर ले जाता है, इसकी जीवंत मिसाल है यह शहर। भूकंप के तत्काल बाद पहला कदम जरूरी सेवाओं-सुविधाओं को बहाल करने का किया गया। दो टर्मिनल लगाकर 29 जनवरी तक मोबाइल फोन सेवाएं शुरू कर दी गईं। गुजरात स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड ने तत्काल सैकड़ों की संख्या में इंजीनियरों को काम पर लगा दिया और 5 फरवरी तक 80 प्रतिशत प्रभावित इलाकों में पावर सप्लाई शुरू कर दी गई।