गाज़ा पे कब्ज़ा कर तबाही मचाने वाले इज़राइल ने भारत पर डालने शुरू किये डोरे ,लक्षद्वीप को लेकर इजरायली PM नेतन्याहू का बड़ा ऐलान, भारत के साथ मिलकर करेंगे इस खास प्रोजेक्ट को खूबसूरत बनाने का काम,भारत को गुलाम बनाने की पेशकश से हड़कम्प,9 जनवरी स शुरू होगा काम
भारत विश्व गुरु बन गया है,इसको लेकर हर जगह बेचैनी है,खासकर पूरी दुनिया में अपनी मक्कारियों से और खुराफ़ात से पहचाने जाने वाला मुल्क अब गाजा को तबाह और बरबाद करने के बाद अब भारत को विवाद में फंसा कर इस पर डोरे डाल रहा है।
लक्षद्वीप को लेकर इजरायल दूतावास ने ये बड़ा ऐलान किया है
दरअसल, भारत में इजरायल के दूतावास ने X पर ट्वीट कर कहा, ‘हम केंद्र की मोदी सरकार के अनुरोध पर पिछले साल लक्षद्वीप की यात्रा पर गए थे ताकि वहां पर समुद्र के खारे पानी को साफ करके उसे पीने लायक बनाया जा सके. इजरायल इस प्रॉजेक्ट को कल से ही शुरू करने को लेकर पूरी तरह से तैयार है. दूतावास ने आगे लिखा- जिन लोगों ने अभी तक लक्षद्वीप के समुद्र के अंदर की सुंदरता नहीं देखी हैं, उनके लिए हम कुछ शानदार तस्वीरें पेश कर रहे हैं.
अब इजरायल ने भी कुछ मालदीव के कंजड़ो के बयान पर आग में घी डालने का काम किया है उसने मालदीव को आईना दिखाते हुए लक्षद्वीप की प्राकृतिक खूबसूरती की जमकर सराहना कर गाज़ा की तबाही का रुख दिखा दिया है. साथ ही उसने लक्षद्वीप को लेकर एक बड़ा ऐलान भी किया है. इजरायल ने कहा है कि वह इस केंद्र शासित प्रदेश में कल से समुद्री पानी को साफ करने के प्रॉजेक्ट पर काम शुरू कर देगा.न
भारत में इजरायली दूतावास ने अपने एक्स हैंडल पर लक्षद्वीप की कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, ‘डिसेलिनेशन प्रोजेक्ट शुरू करने के भारत सरकार के अनुरोध पर हम पिछले साल लक्षद्वीप गए थे. इजरायल कल से ही इस परियोजना पर काम शुरू करने के लिए तैयार है. ये तस्वीरें उन लोगों के लिए हैं, जो अभी तक लक्षद्वीप की सुंदरता को नहीं देख पाए हैं. इन तस्वीरों में इस द्वीप के मनमोहक और आकर्षक दृश्यों को देखा जा सकता है’.
क्या होती है डिसेलिनेशन तकनीक?
वहां पीने के मीठे पानी की दिक्कत है. इजरायल के पास समुद्र के खारे पानी को मीठे पानी में बदलने की तकनीक है, जिसे डिसेलिनेशन कहते हैं. इसके तहत खारे पानी में मौजूद खनिजों और अन्य अशुद्धियों को अलग कर इसे पीने योग्य बनाया जाता है. चूंकि इजरायल भी समुद्र से घिरा हुआ है और वहां की भूमि रेतीली है, इसलिए वहां भी पानी की दिक्कत है. लेकिन वह समुद्र के खारे पानी को डिसेलिनेशन तकनीक से मीठे पानी में बदलकर अपनी जरूरतों को पूरा करता है. लक्षद्वीप में पर्यटन को बढ़ाने की दिशा में डिसेलिनेशन तकनीक काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है.
लक्षद्वीप के लिए भारत और इजरायल ने मिलाया हाथ, टूरिज्म के लिए करेंगे काम,9 जनवरी से प्रोजेक्ट पर काम होगा शुरू,
इजरायल दूतावास ने एक्स हैंडल पर लिखा कि हम भारत सरकार के अनुरोध पर पिछले वर्ष लक्षद्वीप में थे। मोदी सरकार ने समुद्र के खारे पानी को मीठे पानी में बदलने की तकनीक लक्षद्वीप में लगाने का आग्रह किया था। हम प्रोजेक्ट पर 9 जनवरी से काम शुरू करेंगे।
इजरायली दूतावास ने कहा कि जिन लोगों ने लक्षद्वीप के खूबसूरत बीचों और अंडरवाटर सुंदरता को एक्सप्लोर नहीं किया है। उनके लिए लक्षद्वीप की कुछ फोटोज हैं।