भ्रष्ट अधिकारियो और कर्मचारियों की वजह से मुख्यमंत्री योगी की नीतियां हो रही है पामाल,
वक्फ की जमीनों पर कर रहे है वकफखोर माफिया कब्जा,
112 खामोश,थाने के सिपाहियो की चांदी,अवैध निर्माण जारी
करोड़ों की सरकारी जमीनों पर टको की रिश्वत से होता है कब्जा
वक्फ सेवर को मिलती हैं धमकियां और गालियां,शिकायत पर उल्टे शिकायतकर्ता पर होती है 151 की कार्यवाही
संतोष शुक्ला
बाराबंकी:बीती 29, 30अप्रैल की रात सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में दर्ज वक्फ मीर पंजतन बक्श इमामबाड़े पर रात के अंधेरे में स्लैब पड़ती रही,अवैध निर्माण रोकने के लिए बेचैन मुतावल्ली बदरुज्जमां तड़पते रहे रोते रहे, वकफखोरो ने घर घेर लिया,चौकी इंचार्ज को फोन मिलाते रहे नही उठा और 112नंबर डायल करता रहे, इन सब पर माफिया अतीक अहमद के मिजाज के सिक्के का नशा ऐसा चढ़ा कि रात भर वक्फ खोर निर्माण कराते रहे असंदरा एसओ ने फोन उठकर लीपा पोती कि,इसके बाद भी सुनवाई कोई ना होने पर पुलिस अधीक्षक के सीयूजी नंबर पर बदरुज्जमा ने बात कर रूदाद सुनाई 2 सिपाही आए काम रुका और जाते ही दबंगी ने फिर शुरू कर 30अप्रैल की सुबह 6बजे तक स्लैब डालकर वक्फ की जमीन पर कब्जा कर लिया,
ये नजारा है कड़क मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति के बावजूद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 50km की दूरी पर स्थित बाराबंकी की नगर पंचायत सिद्धौर का जहा सरकारी वक्फ की जमीन को हथियाने में सारे वकफखोरो ने भ्रष्टाचार के दांव लगा दिए थे,जिला प्रशासन खामोश तमाशाई बना रहा।
माफिया अतीक अहमद की हत्या और मुख्तार अंसारी को सजा के बाद भी प्रदेश सरकार को उसके मिजाज के भू माफिया भ्रष्ट अधिकारियो कर्मचारियों से मिलकर सरकारी जमीनों खासकर वक्फ की जमीनों पर जबरदस्त तरीके से कब्जा कर रहे है ।
बाराबंकी में हालात बद से बदतर है, यहां मुख्तार अंसारी के गुर्गों और माफिया अतीक अहमद के मिजाज के लोगो का जलवा है
ये सब नियम कानून कायदे को तोड़कर सरकारी करिंदो को खरीदकर वक्फ की जमीनों को कब्जा कर रहे है।
सिद्धौर के मोहल्ला हटिया में वक्फ मीर पंजतन बक्श इमामबाड़े में भूमाफिया मुख्तार व अंसार, इकबाल पुत्र जमालुद्दीन, सद्दाम पुत्र अनसार, चाँद बाबू पुत्र मुख्तार आदि मिलकर जबरन निर्माण करा रहे हैं. जैसा वक्फ के मुतावल्ली बदरुज्जमां पुत्र अब्दुल हक ने शिकायत पत्र देकर कहा है, बदरुज्जामा का कहना है इस वक्फ इमामबाड़े की जमीन पर अवैध निर्माण का विरोध किया तो इन लोगो ने बदरुज्जमां को धमकी दी अगर तुम इस जमीन के मामले में आगे आओगे तो तुम को जान से मार देंगे कई बार तुमको मार चुके हैं और घर घेर चुके हैं लेकिन तुम्हारी समझ में नहीं आ रहा है अबकी बार तुमको इस इमामबाड़े में ही मार डालेंगे नहीं तो इस वक्फ संपत्ति पर तुम्हारा कोई अधिकार नहीं है.
बदरुज्जमा दौड़ते रहे कभी डीएम के यहां कभी एसडीएम के यहां कभी आसंदरा थाने कभी सुन्नी वक्फ बोर्ड इतनी दौड़ के बाद भी ये बुजुर्ग इस वक्फ की जमीन को वक्फ खोरों के चुंगल से नही बचा सके,
और इस पर स्लैब भी पड़ कर भू माफियाओं ने मुख्य्मंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति माफियाओं के खिलाफ अभियान की भ्रष्ट कर्मचारियों और चौकी इंचार्ज से मिलकर हवा निकाल दी।
मालूम हो बाराबंकी में 4500से ज्यादा वक्फ है जिसमे रक्षक ही भक्षक बने है,यानी मुसलमानों की फलाह और बहबूत के लिए हुए वक्फ को मुसलमान ही बर्बाद करने में लगे है जिस डाल पर बैठे है उसी को काट रहे है,इनका पूरा साथ देते है तहसील स्तर के अधिकारी और पुलिस कर्मी।
बाराबंकी शहर के बेगमगंज में चौराहे पर वक्फ अमजद अली खान की शाही मस्जिद के नीचे लोगो ने कब्जा कर रिहाइश गाह बना ली है,बगल में इसी वक्फ की जमीन पर मेराज आलम पप्पू पूर्व सभासद ने पूर्व बीजेपी में मंत्री रहे अब सपा में स्वामी प्रसाद मौर्य के लड़के से मिलकर कॉम्प्लेक्स का अवैध निर्माण करा लिया,शिकायत हुई स्टे के बावजूद दुकानें बेच दी गई,जबकि इसका नक्शा भी पास नहीं हुआ है।
बेगमगंज में ही गुरूद्वारे के सामने इसी वक्फ की जमीन पर मुख्तार अंसारी के गुर्गों के बने रामजनकी मार्केट के एसडीएम के गिराने के आदेश के बाद कुछ प्रशासनिक दलालों ने करोड़ों रुपए लेकर लीपा पोती कर दी,बल्कि वक्फ सेवर की हत्या और खिलाफ उल्टा मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी जाने लगी।
शहर के निबलेट तिराहे पर शमशाद और अय्यूब ने रातों रात निर्माण करा लिया वक्फ के सेक्रेट्री सरवर अली रिजवी दौड़ते रहे धमकियां मिलती रही। जिला प्रशासन ने रोका भी तो पूरी दबंगई दिखाते हुए रातों रात निर्माण करा लिया।
कमरिया बाग कब्रिस्तान खालिदा फ़ाज़ली की जमीन का सौदा कर बड़ी रकम लेकर माफिया से बटवारा कर लिया गया,शिकायत पर लेखपाल के एफआईआर देने के बाद भी दर्ज नहीं हुआ मुकदमा
लीपा पोती आज भी जारी है।क्युकी इसमें कई पुलिस के मुखबिर और प्रशासन के दलाल शामिल थे।
कब्रिस्तान कमरिया बाग में सुनीता चौरसिया ने एक मुसलमान से कौड़ियों के भाव में कब्रिस्तान की जमीन खरीदी,कब्र खोद डाली मकान बनवा लिया शिकायत होती रही, मॉल रकम के आगे भ्रष्ट एसडीएम अभय पांडे ने बड़ी रकम लेकर क्लीन चिट दी,जबकि वक्फ की जमीन पर कोई भी फैसला वक्फ ट्रिब्यूनल के अलावा कोई नहीं कर सकता,नियम कानून टूटे कमेटी के लोगो ने भी बड़ी रकम लेकर खामोशी कर ली,और बन गया कब्रो पर मकान,
कमेटी ना वक्फ ट्रिब्यूनल गई और ना ही फर्जी रजिस्ट्री कैंसल कराने के लिए सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में धारा 51,52 के तहत कार्यवाही की।
वही बाराबंकी की करबला सिविल लाइंस की भूमि पर शिवा नर्सरी का अवैध कब्जा और वकार नाम के व्यक्ति का अवैध निर्माण की शिकायत मुतावल्ली असद रिजवी और शिया वक्फ बोर्ड के सख्त आदेश के बाद भी लेखपाल की बड़ी रकम लेकर की गई लीपा पोती जग जाहिर और चर्चा का विषय बनी है। अब इस पर भी स्लैब पढ़ने की तैयारी है,जबकि नक्शा पास कराने पर एसडीएम ने रोक लगा दी है।
माफिया अतीक अहमद को मिट्टी में मिलाकर माफिया मुख्तार अंसारी को सजा दिलाने वाली मुख्य्मंत्री योगी सरकार के कारिंदे बाराबंकी में माफियाओं के मिजाज के जलवे के आगे नत मस्तक नजर आ रहे है।
औकाफ की कई सौ करोड़ की जमीनें चंद टको में लूटी जा रही है।
तहसील प्रशासन में लेखपाल कानूनगो नायब तहसील दार एसडीएम तक की डील और हल्का सिपाही चौकी इंचार्ज थानदार तक की डील1लाख में दलाल कर सरकार के इकबाल को पमाल कर रहे है।
सेव वक्फ इंडिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर शिकायत कर इसकी जानकारी देते हुए कड़ी कार्यवाही की मांग की है।