तहलका टुडे टीम
लखनऊःप्रदेश में अक्सर नए नए एक्सपेरीमेंट किए जा रहे है,फैल रही नपुंक्सकता के मद्दे नजर इंसानों के इलाज के लिए और डॉक्टर बनाने के लिए बना हिन्द इस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज बाराबंकी में 75 लाख निःशुल्क कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम कल से प्रारम्भ हो रहा है,ये कार्यक्रम चर्चा का विषय बन गया है और पूरे देश में हड़कंप मच गया है।
कोरोना के बाद डेंगू से झेल रहे लोगो के इलाज में तो इन मेडिकल कॉलेज में तेजी तो नही आई और ना ही नपुंसक हो रहे लोगो के इलाज की सुध जागी,उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास के कैबिनेट मंत्री श्री धर्मपाल सिंह द्वारा कल 15 नवम्बर से आगामी 100 दिनों में मिशन 75 लाख निःशुल्क कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम कल से प्रारम्भ करेंगे, कार्यक्रम का शुभारम्भ जनपद बाराबंकी स्थित हिन्द इस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज में किया जायेगा।
इसके अतिरिक्त नन्दबाबा/गोकुल पुरस्कार वितरण, समिति निबंधक प्रमाण पत्र का वितरण एवं पराग विपणन, सशक्तिकरण हेतु प्रचार-प्रसार अभियान का शुभारम्भ भी किया जायेगा।
यह जानकारी आज यहां पशुधन विभाग के निदेशक डा पीके सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का प्रारम्भ अपराह्न 03ः00 बजे से होगा।
कार्यक्रम में मैत्री संदर्भ पुस्तिका का विमोचन भी किया जायेगा और प्रदेश के सर्वश्रेष्ठ 03 पैरावेट/मैत्री को पुरस्कार वितरित भी किया जायेगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में अपर मुख्य सचिव पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग डा रजनीश दुबे उपस्थित रहेंगे।
मालूम हो बैलों को चारा ना खिलाने से और छुट्टा छोड़ देने के बाद हो रही नपुंक्सकता से भारी कमी आ रही है ये कृत्रिम गर्भाधान दूध देने वाले पशुओं का किया जायेगा।
वो अलग बात है इस कार्यक्रम का चयन एक मेडिकल कॉलेज में किया गया है, जहा जानवरो का नही इंसानों का इलाज किया जाता है।